ज्योतिषी शर्मा ने कहा कि ये बात तो सभी जानते है कि कालसर्प दोष बारह प्रकार के होते है। जब राहु व केतु के बीच सभी प्रकार के ग्रह आ जाते है तो कालसर्प दोष का उदय होता है। इस दोष के चलते कई बार ये देखने में आया है कि अनेक प्रकार की मेहनत करने के बाद भी व्यक्ति को समुचित लाभ नहीं हो पाता है। आमतौर पर ये हर कोई जानना चाहता है कि कालसर्प दोष होता क्या है।
ये होता है कालसर्प दोष
कालसर्प योग के बारे में ज्योतिषी शर्मा ने बताया कि राहु केतु को केंद्र बिंदु मानकर एक काल्पनिक सीधी रेखा खींची जाए व यदि सभी ग्रह इसके बीच आ जाए तो ये कालसर्प योग होता है। असल मंे राहु च केतु छाया ग्रह है। राहु का नक्षण भरणी है व इसके देवता सर्प है। जन्म कुंडली में 14 प्रकार के श्राप होते है। इनमे प्रमुख रुप से पितृ श्राप, प्रेत श्राप, ब्राहमण श्राप, मातुल श्राप, पत्नी श्राप, मातृ श्राप, सहोदर श्राप व सर्प श्राप प्रमुख है।
कालसर्प योग के बारे में ज्योतिषी शर्मा ने बताया कि राहु केतु को केंद्र बिंदु मानकर एक काल्पनिक सीधी रेखा खींची जाए व यदि सभी ग्रह इसके बीच आ जाए तो ये कालसर्प योग होता है। असल मंे राहु च केतु छाया ग्रह है। राहु का नक्षण भरणी है व इसके देवता सर्प है। जन्म कुंडली में 14 प्रकार के श्राप होते है। इनमे प्रमुख रुप से पितृ श्राप, प्रेत श्राप, ब्राहमण श्राप, मातुल श्राप, पत्नी श्राप, मातृ श्राप, सहोदर श्राप व सर्प श्राप प्रमुख है।
कालसर्प योग होने पर होता है ये
– जिसकी कुंडली में ये होगा हो, उसको मेहनत का फल नहीं मिलता है।
– परिवार में तालमेल की कमी रहती है।
– दवाओं पर अतिरिक्त व्यय होता है।
– विवाह में समस्या आती है।
– सपने में मंदिर, सर्प, उडऩा, तेजी से गिरना आदि आते है।
– जिसकी कुंडली में ये होगा हो, उसको मेहनत का फल नहीं मिलता है।
– परिवार में तालमेल की कमी रहती है।
– दवाओं पर अतिरिक्त व्यय होता है।
– विवाह में समस्या आती है।
– सपने में मंदिर, सर्प, उडऩा, तेजी से गिरना आदि आते है।
वीडियो में देखें इसका उपाय लेकिन….
नारियल का सूखा गोला लेकर उसको उपर से काटे। उस गोले में काली उड़द, काले तिल, शक्कर, तांबे का सर्प जोड़ा, एक रुपए का सिक्का, सरसो या चमेली का तेल, सिंदूर आदि को डाले। इसके बाद इस गोले को बंद करें। गोले को स्वयं के उपर से 23 बार अपने उपर से बारकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें। इसके बाद क्या करना है ये जानने के लिए देखें खबर का VIDEO…
नारियल का सूखा गोला लेकर उसको उपर से काटे। उस गोले में काली उड़द, काले तिल, शक्कर, तांबे का सर्प जोड़ा, एक रुपए का सिक्का, सरसो या चमेली का तेल, सिंदूर आदि को डाले। इसके बाद इस गोले को बंद करें। गोले को स्वयं के उपर से 23 बार अपने उपर से बारकर पीपल के पेड़ के नीचे रखें। इसके बाद क्या करना है ये जानने के लिए देखें खबर का VIDEO…