शंकरलाल की मां सरजूबाई का कुछ समय पहले निधन होने के बाद दो दिन पहले ही कार्यक्रम हुआ और इसके बाद शंकरलाल पहली बार खेत पर फसल की सिंचाई करने गया था। तीनों के खेत अलग-अलग हैं किंतु फसलों की सिंचाई के लिए कुआं एक ही है। रविवार को बिजली आने पर सुबह शंकरलाल ने सिंचाई के लिए मोटर चालू की और सिंचाई करने लगा। तभी दशरथ भी खेत पर आया और कहने लगा कि पहले मैं सिंचाई करूंगा। इसी बात को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया। तब दशरथ वहां से चला गया और कुछ देर बाद वापस लौटा तो उसके साथ दिनेश और उसका लड़का अर्जुन भी था। इन्होंने आने के बाद पिता शंकरलाल पर पाइप से हमला कर दिया। खेत पर पहले से मौजूद तेजराम बीचबचाव करने आया तो उसे भी इन्होंने पीट दिया। दोनों को जिला अस्पताल लाया गया जहां से पिता की गंभीर स्थिति होने से उन्हें इंदौर रैफर कर दिया गया। नामली पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर लिया है।