डीडीनगर टीआई दिलीप राजोरिया ने बताया आरोपियों से पूछताछ में मुख्य किरदार मतिन निकला जो इस पूरी साजिश का कर्ताधर्ता था। वह आटो रिक्शा चलाता है और व्यापारी मूलचंद की दुकान से अनाज को ले जाता रहता था। व्यापारी मूलचंद उसे अच्छी तरह से पहचानते थे और उसी को खरीदा गया अनाज दूसरी जगह ले जाने के लिए आटो रिक्शा मंगाता था। मतिन कई दिनों से इस बात को देख रहा था कि व्यापारी बुजुर्ग दंपति हैं और उनकी दुकान का गल्ला कहां पड़ा रहता है। इसमें दिनभर में कितनी राशि आ जाती होगी यह अंदाजा लगा लिया था।
रिश्तेदार के साथ मिलकर बनाई योजना
आरोपी मतिन ने अपने रिश्तेदार अल्ताफ निवासी ईश्वरनगर को यह बात बताई और योजना बनाई थी। इन दोनों ने अशबाब उर्फ अफरोज और गोलू उर्फ केजार को शामिल करके लूट की योजना तैयार की। अल्ताफ ने वारदात वाली दोपहर करीब 12.30 बजे मूलचंद की दुकान की रैकी की जो उस समय खाली थी। योजना के अनुसार करीब चार बजे बाजना बस स्टैंड से अल्ताफ, अशबाब और गोलू ने मिर्ची और मास्क खरीदे। तीनों मूलचंद के घर पहुंचे और गोलू तथा अशबाब अंदर गए और अल्ताफ बाहर बाइक पर खड़ा रहा। लूट की वारदात के बाद तीनों बाइक से भाग निकले।