72 के स्थान पर 32 कर्मचारी चला रहे तीन मंडी
महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में पिछले तीन दिन से लगातार किसानों की उपज नीलाम होने से बच रही है, जिससे किसान वर्ग तो परेशान है अब तो कर्मचारी भी परेशान होते नजर आ रहे हैं। हालात यह है कि नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने वाले कर्मचारियों के अभाव में गुरुवार को करीब 1 घंटे तक नीलामी प्रक्रिया प्रभावित रही। परेशान किसान उठकर मंडी कार्यालय पहुंच गए और नीलामी शुरू करने की मांग करने लगे। किसानों का कहना था कि शाम होते व्यापारी ओने-पोने दाम में फिर उपज खरीदेंगे, और किसान को मजबूरीवश बैचकर जाना पड़ेगा। नीलामी समय पर शुरू नहीं होने से किसान ठगा जाता है। इसके बाद मंडी अन्य विभाग से कर्मचारी की व्यवस्था कर नीलाम शुरू करवाई गई, तब जाकर मामला शांत हुआ।
16 कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में
हालात यह है कि कृषि उपज मंडी रतलाम सहित सैलाना बस स्टैंड लहसुन-प्याज और सब्जी मंडी के अलावा नामली उप मंडी में 72 कर्मचारियों की जरुरत है, लेकिन पिछले कई माह से मात्र 48 कर्मचारियों से ही काम चलाया जा रहा है। चुनावी आचार संहिता लगने के साथ ही मंडी से करीब 16कर्मचारियों की ड्यूटी अलग-अलग क्षेत्रों में लगा दी गई, इस कारण परेशानी और बढ़ गई। इस संबंध में मंडी सचिव ने वरिष्ठालय मंडी बोर्ड को भी सूचित किया है, परंतु मंडी क्षेत्र में हर दिन परेशान बढ़ती जा रही है। हालात यह हो गए है कि सोयाबीन का सीजन शुरू हो और गेहूंृ-चने की भी काफी मांग है, इस कारण मंडी में आवक भी भरपूर हो रही है। वहीं नीलामी के दौरान बोली लगाने के साथ पर्ची काटने वाले कर्मचारी नहीं होने से मंडी काम प्रभावित हो रहा है।
महू-नीमच रोड स्थित कृषि उपज मंडी में पिछले तीन दिन से लगातार किसानों की उपज नीलाम होने से बच रही है, जिससे किसान वर्ग तो परेशान है अब तो कर्मचारी भी परेशान होते नजर आ रहे हैं। हालात यह है कि नीलामी प्रक्रिया में शामिल होने वाले कर्मचारियों के अभाव में गुरुवार को करीब 1 घंटे तक नीलामी प्रक्रिया प्रभावित रही। परेशान किसान उठकर मंडी कार्यालय पहुंच गए और नीलामी शुरू करने की मांग करने लगे। किसानों का कहना था कि शाम होते व्यापारी ओने-पोने दाम में फिर उपज खरीदेंगे, और किसान को मजबूरीवश बैचकर जाना पड़ेगा। नीलामी समय पर शुरू नहीं होने से किसान ठगा जाता है। इसके बाद मंडी अन्य विभाग से कर्मचारी की व्यवस्था कर नीलाम शुरू करवाई गई, तब जाकर मामला शांत हुआ।
16 कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव में
हालात यह है कि कृषि उपज मंडी रतलाम सहित सैलाना बस स्टैंड लहसुन-प्याज और सब्जी मंडी के अलावा नामली उप मंडी में 72 कर्मचारियों की जरुरत है, लेकिन पिछले कई माह से मात्र 48 कर्मचारियों से ही काम चलाया जा रहा है। चुनावी आचार संहिता लगने के साथ ही मंडी से करीब 16कर्मचारियों की ड्यूटी अलग-अलग क्षेत्रों में लगा दी गई, इस कारण परेशानी और बढ़ गई। इस संबंध में मंडी सचिव ने वरिष्ठालय मंडी बोर्ड को भी सूचित किया है, परंतु मंडी क्षेत्र में हर दिन परेशान बढ़ती जा रही है। हालात यह हो गए है कि सोयाबीन का सीजन शुरू हो और गेहूंृ-चने की भी काफी मांग है, इस कारण मंडी में आवक भी भरपूर हो रही है। वहीं नीलामी के दौरान बोली लगाने के साथ पर्ची काटने वाले कर्मचारी नहीं होने से मंडी काम प्रभावित हो रहा है।
सख्ती से बाहर जा रही उपज रोकने के निर्देश दिए
व्यापारियों को पूर्व में भी नोटिस दिए थे, मंडी से बाहर जा रही उपज को सख्ती से रोकने के निर्देश कर्मचारियों को दिए है। अगर इसके बावजूद भी नहीं मानेंगे तो कार्यवाही की जाएगी। नीलामी प्रक्रिया में परेशानी आ रही है, कई कर्मचारियों की ड्यूटी चुनावी प्रक्रिया में लगी है। इस संबंध में वरिष्ठालय को सूचित कर दिया गया है, फिर भी स्थानीय स्तर पर व्यवस्था कर नीलाम काम करवा रहे हैं।
एमएल बारसे, सचिव
कृषि उपज मंडी, रतलाम
व्यापारियों को पूर्व में भी नोटिस दिए थे, मंडी से बाहर जा रही उपज को सख्ती से रोकने के निर्देश कर्मचारियों को दिए है। अगर इसके बावजूद भी नहीं मानेंगे तो कार्यवाही की जाएगी। नीलामी प्रक्रिया में परेशानी आ रही है, कई कर्मचारियों की ड्यूटी चुनावी प्रक्रिया में लगी है। इस संबंध में वरिष्ठालय को सूचित कर दिया गया है, फिर भी स्थानीय स्तर पर व्यवस्था कर नीलाम काम करवा रहे हैं।
एमएल बारसे, सचिव
कृषि उपज मंडी, रतलाम