हर दिन सुबह ऑनलाइन उपस्थिति और शाम को विभाग के पास जाएगा सामूहिक फोटो
सेवाकालीन प्रशिक्षण: अब प्रशिक्षण से बंक नहीं मार पाएंगे शिक्षक
हर दिन सुबह ऑनलाइन उपस्थिति और शाम को विभाग के पास जाएगा सामूहिक फोटो
रतलाम। शिक्षकों को सत्र के दौरान विभिन्न तरह के सेवाकालीन प्रशिक्षण दिए जाते हैं लेकिन ज्यादातर शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थिति देकर प्रशिक्षण से इतिश्री कर लेते हैं। ऐसे शिक्षकों को अब तड़ी मारना महंगा पड़ सकता है। राज्य शिक्षा केंद्र ने आगामी दिनों में होने वाले सेवाकालीन प्रशिक्षण की हर दिन की उपस्थिति न केवल ऑनलाइन कर दी है वरन शाम को भी कक्षा और प्रतिभागियों का सामूहिक फोटो भेजकर उपस्थिति सुनिश्चित करने का काम कर दिया है। ऐसे में अब कोई शिक्षक-शिक्षिका प्रशिक्षण में शामिल हो जाते हैं तो वे छोड़कर जा नहीं सकेंगे और पूरे समय उन्हें मौजूद रहना पड़ेगा।
हर साल होता है प्रशिक्षण, कोई परिणाम नहीं
हर साल प्राथमिक व माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक-शिक्षिकाओं का दक्षता उन्नयन प्रशिक्षण होता है किंतु हर बार इसी तरह के तड़ी मारने की वजह से प्रशिक्षण का असली मकसद हल नहीं हो पाता और न ही बच्चों को इसका लाभ मिल पाता है। राज्य शिक्षा केंद्र ने इस तरह की हरकतों को देखते हुए ही यह नया नियम लागू किया है जिससे बच्चों की दक्षता को बढ़ाया जा सके।
पांच-पांच दिन का प्रशिक्षण
प्राथमिक से लेकर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षक शिक्षिकाओं को पांच-पांच दिन का सेवाकालीन प्रशिक्षण देने की तैयारी डाइट के माध्यम से की जा रही है। इसमें पहले तीन दिन क्षमता उन्नयन और शेष दो दिन शाला सिद्धि का प्रशिक्षण दिया जाना है। विकासखंड स्तर पर होने वाले प्रशिक्षण में यह नियम लागू किया जा रहा है। प्रशिक्षण में पहले दिन 11.30 बजे तक उपस्थिति मान्य की जाएगी जबकि शेष दिन ११ बजे बाद उपस्थिति मान्य नहीं होगी। इस समय के बाद सीधे गूगल शीट पर ऑनलाइन उपस्थिति भेजी जाना अनिवार्य किया गया है।