करिया से आए कृषक गोपाल पाटीदार, कांतिलाल पाटीदार का कहना है कि रविवार से यहां पर बैठे है। आज बुधवार हो गया कहा है, दो बजे तक आ रहा है। तीन दिन हो गए 63 वॉट का ट्रांसफार्मर जला हुआ है, घणी परेशानी है खेते जइने कई करे लाइट तो है कौनी। कल भी 12 बजे ग्या, एक डीपी पर चार कनेक्शन है, बिजली तो 10 घंटा बराबर आ री। नौगांवा कला से आए कृषक दयाशंकर धाकड़, दो-तीन दिन पहले 63 का ट्रांसफार्मर जला था, आज लेकर जा रहे हैं। डीपी पर सात कनेक्शन है, कम वाल्टेज मिल रहा है इस कारण से बारबार जल रहा है। लोट बढ़ाने के रुपए अधिक लगते हैं। कल रात भी 10-11 बजे गए, इंतजार किया गाड़ी नहीं आई थी, देर रात आई होगी तो आज मिली।
20-22 ट्रांसफार्मर देना बाकि है…
कल तक 40-45 ट्रांसफार्मर जल कर आ रहे थे, अब स्थिति कंट्रोल में है। तीन-चार दिन की परेशान अब नहीं आ रही जो लिस्ट लगी है उन्हे दूसरे दिन मिल रहे है, 63 में थोड़ी परेशानी है। सात माह में 513 ट्रांसफार्मर आए थे, मात्र एक माह अक्टूबर में 511 ट्रांसफार्मर आ गए है। सबकों दे दिए मात्र 20-22 ट्रांसफार्मर देना बाकि है। ओव्हर लोडिंग के कारण ट्रांसफार्मर जलते हैं, पांच के स्थान पर आठ की मोटर चलाई जाती है।
राजकुमार वर्मा, असिस्टेंट सुपरवाईजर ग्रीड चंबल कॉलोनी
कल तक 40-45 ट्रांसफार्मर जल कर आ रहे थे, अब स्थिति कंट्रोल में है। तीन-चार दिन की परेशान अब नहीं आ रही जो लिस्ट लगी है उन्हे दूसरे दिन मिल रहे है, 63 में थोड़ी परेशानी है। सात माह में 513 ट्रांसफार्मर आए थे, मात्र एक माह अक्टूबर में 511 ट्रांसफार्मर आ गए है। सबकों दे दिए मात्र 20-22 ट्रांसफार्मर देना बाकि है। ओव्हर लोडिंग के कारण ट्रांसफार्मर जलते हैं, पांच के स्थान पर आठ की मोटर चलाई जाती है।
राजकुमार वर्मा, असिस्टेंट सुपरवाईजर ग्रीड चंबल कॉलोनी
दूसरे दिन किसानों को मिल रहे ट्रांसफार्मर
ट्रांसफार्मर को लेकर कोई किसान परेशान नहीं है, जले हुए ट्रांसफार्मर सुधर कर दूसरे दिन मिल रहे हैं।
जयेंद्र ठाकुर, डीई ग्रामीण क्षेत्र
मप्र विद्युत वितरण कम्पनी, रतलाम
ट्रांसफार्मर को लेकर कोई किसान परेशान नहीं है, जले हुए ट्रांसफार्मर सुधर कर दूसरे दिन मिल रहे हैं।
जयेंद्र ठाकुर, डीई ग्रामीण क्षेत्र
मप्र विद्युत वितरण कम्पनी, रतलाम