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जाने दीपावली पूर्व क्यों बुधात्यि योग में पुष्य नक्षत्र है खास…करेंगे ये काम तो होगा समृद्धिकारक

locationरतलामPublished: Oct 29, 2018 10:47:28 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

जाने दीपावली पूर्व क्यों बुधात्यि योग में पुष्य नक्षत्र है खास…करेंगे ये काम तो होगा समृद्धिकारक

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जाने दीपावली पूर्व क्यों बुधात्यि योग में पुष्य नक्षत्र है खास…करेंगे ये काम तो होगा समृद्धिकारक

रतलाम। इस वर्ष दीपावली पूर्व बन रहे बुधात्यि योग में पुष्य नक्षत्र का संयोग कुछ खास होगा। कई वर्षों बाद स्त्रियों के बड़े व्रत अहोई अष्टमी के साथ बुधवार को पुष्य नक्षत्र होने से पुष्य नक्षत्र का अबूझ मुहूर्त खास बन गया है। पुष्य नक्षत्र 31 अक्टूबर को सूर्योदय से लेकर अद्र्धरात्रि तक रहेगा। इस दिन खरीदी गई वस्तुएं अनंतकाल तक स्थाई और समृद्धिकारक होती है। दीपावली के पहले पुष्य नक्षत्र के दिन खरीदी के लिए सर्वोत्तम मुहूर्त है। इस नक्षत्र की शुरुआत बुधवार को सुबह 3.50 बजे से होगी और पूरे दिवस पर्यंत तक रहेगा।

ज्योतिषाचार्य पं. सोमेश्वर जोशी ने बताया कि ऐसा माना जाता है कि दीपोत्सव से पूर्व आने वाले पुष्य नक्षत्र में खरीदी गई वस्तुएं अनंतकाल तक स्थायी और समृद्धिकारक होती है। वस्तु हमेशा शुभफलदायी होती है। पुष्य नक्षत्र के देवता बृहस्पति और शनि को इस नक्षत्र का दिशा प्रतिनिधि माना जाता है। चूंकि बृहस्पति शुभता, बुद्धिमता और ज्ञान का प्रतीक है तथा शनि स्थायित्व का है, इसलिए इन दोनों का योग मिलकर पुष्य नक्षत्र को शुभ और चिरस्थायी बना देता है। अहोई अष्टमी का व्रत होने से भी मुहूर्त खास बन गया है। इस दिन राधा जयंती का भी त्योहार मनाया जाता है।
बुद्ध पुष्यामृत योग का शुभ संयोग
दीपावली से पूर्व खरीदारी के इस बार कई शुभ संयोग बन रहे हैं। बुधवार को पुष्य नक्षत्र के साथ बुद्ध पुष्यामृत योग बन रहा है। पं.जोशी कहते हैं कि 27 नक्षत्रों में 8वां स्थान पुष्य नक्षत्र को प्राप्त है। करीब 23 घंटे पुष्य नक्षत्र योग रहेगा। वहीं इस दिन सप्तमी तिथि के साथ पुष्य नक्षत्र की युति है। साथ ही कई दिनों से अस्त शुक्रतारा भी सुबह उदय हो रहा है, जो कि सोने पर सुहागा होगा। चूंकि शुक्र को ऐश्वर्य का कारक माना जाता है, इसलिए बुधवार के दिन पुष्य नक्षत्र का पडऩा हर तरह की वस्तु खरीदने के लिए शुभ फलदायी साबित होगा। सोना, चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल व फर्नीचर समेत रसोई में इस्तेमाल की जाने वाली वस्तुएं खरीदने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
इस शुभ मुहूर्त पर करें खरीदारी
लाभ-सुबह 6.32 से 7.56 बजे- सोना.चांदी, बर्तन व रत्नाभूषण
अमृत-सुबह 7.57 से 9.20 बजे- इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं, घर का सामान
शुभ- सुबह 10.43 से दोपहर 12.07 बजे- आभूषण, बहीखाते व वाहन
चर- दोपहर 2.55 से 5.19 बजे- वाहन, घरेलू सामान व चल सम्पत्ति
लाभ- दोपहर 5.20 से शाम 5.43 बजे- अचल सम्पत्ति, आभूषण
शुभ- शाम 7.19 बजे से रात्रि 8.55 बजे – सोना-चांदी व बहीखाते
अमृत- रात्रि 8.56 से 10.32 बजे- आभूषण, वाहन व स्थायी सम्पत्ति
चर- रात्रि 10.33 से 12.07 बजे- घरेलू वस्तुएं व कम्प्यूटर आदि
नोट- बुधवार के दिन अभिजित मुहूर्त का सर्वथा त्याग करना उचित रहता है।
अत: दोपहर 11.43 से 12.31 तक के समय का त्याग करना चाहिए ।

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