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माताएं यदि ठान ले, तो कोई बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा

locationरतलामPublished: Oct 03, 2018 11:03:21 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

माताएं यदि ठान ले, तो कोई बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा

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माताएं यदि ठान ले, तो कोई बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा

रतलाम। कुपोषण एक बड़ी समस्या है और इसका असर पूरे जीवन पर पड़ता है। नींव कमजोर होने पर जिस प्रकार मकान नहीं बनता, उसी प्रकार बचपन कुपोषित होने पर मनुष्य का जीवन सफल नहीं होता है। माताएं यदि प्रयास करें तो कोई बच्चा कुपोषित नहीं रहेगा। कुपोषण मुक्त रतलाम का सपना माताओं पर निर्भर है। कुछ माताओं ने बच्चों का वजन बढ़ाकर बहुत ही अच्छे परिणाम दिए है। पूर्व में शहर के 10 प्रतिशत बच्चे कुपोषण का शिकार थे। फाउण्डेशन के प्रयासों से संख्या अब 5 प्रतिशत ही रह गई है। फाउण्डेशन इस समस्या को पूरी तरह समाप्त करेगा। यह बात चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन अध्यक्ष, विधायक, राज्य योजना आयोग उपाध्यक्ष चेतन्य काश्यप ने कही। बुधवार को इन उदगारों के बीच बरवड़ स्थित विधायक सभागृह में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, पर्यवेक्षकों एवं श्रेष्ठ माताओं का सम्मान समारोह एवं माताओं की कार्यशाला का आयोजन हुआ।
कलेक्टर रूचिका चौहान ने कहा कि चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन ने कुपोषण मुक्त रतलाम का ऐसा मॉडल मध्यप्रदेश के सामने रखा है कि इसे जानने के प्रयास प्रदेश ही नहीं देश के अन्य हिस्सों से भी किए जा रहे है। फाउण्डेशन बहुत ही वैज्ञानिक तरीके से योजनाबद्ध कार्य करते हुए कुपोषण समाप्त करने में लगा हुआ है। इस कार्य को सफल बनाने में माताओं की बहुत बड़ी भूमिका है। फाउण्डेशन के प्रयासों की सराहना करते हुए माताओं से रतलाम को शत-प्रतिशत कुपोषण मुक्त रखने का आह्वान किया।
287 आंगनवाड़ी केंद्र और 25 माताओं का किया सम्मान
फाउण्डेशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में शहर के सभी 287 आंगनवाड़ी केन्द्रों की सहायिकाओं, कार्यकर्ताओं, पर्यवेक्षकों व सेक्टर प्रभारियों का सम्मान किया गया। कुपोषण मुक्त अभियान में रूचि लेकर अपने बच्चों का वजन बढ़ाने में महती भूमिका निभाने वाली श्रेष्ठ 25 माताओं का भी सम्मान हुआ। फाउण्डेशन ने सम्मानस्वरूप सभी को टाईटन रिस्ट वॉच प्रदान की। अभियान में सर्वाधिक बच्चों को सुपोषित करने में प्रथम सेक्टर अधिकारी एहतेशाम अंसारी, आंगनवाडी कार्यकर्ता कोमल मालवीय, सहायिका कृष्णा सोलंकी सहित अन्य को विशेष नगद पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। इस दौरान महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, निगम अध्यक्ष अशोक पोरवाल, पूर्व महापौर शैलेन्द्र डागा, भाजपा महामंत्री मनोहर पोरवाल, प्रदीप उपाध्याय, जिला कार्यक्रम अधिकारी सुषमा भदौरिया, जिला पंचायत सीईओ सामेश मिश्रा, फाउंडेशन समन्वयक निर्मल कटारिया, मण्डल अध्यक्ष रमेश बदलानी, जयवन्त कोठारी, पूर्व अध्यक्ष दिनेश शर्मा, जनभागीदारी समिति अध्यक्ष राकेश मिश्रा, अनिता कटारिया आदि मंचासीन रहे।

माता को गर्भावस्था से ही सजग रहना चाहिए
महापौर डॉ यार्दे ने कहा कि कुपोषण मुक्त रतलाम के लिए चेतन्य काश्यप फाउण्डेशन की यह पहल सराहनीय है। कुपोषण से लडऩा है तो माता को गर्भावस्था से ही सजग रहना चाहिए। कार्यक्रम को निगम अध्यक्ष पोरवाल, जिला महामंत्री पोरवाल ने संबोधित किया।जिला महिला बाल विकास अधिकारी भदौरिया ने फाउण्डेशन के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए लाभान्वित बच्चों की सेहत के लिए माताओं को टिप्स भी दिए। शुरुआत में फाउण्डेशन के समन्वयक निर्मल कटारिया ने स्वागत उद्बोधन दिया। समारोह व कार्यशाला की शुरूआत स्वागत गीत से हुई। इस मौके पर आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं ने कुपोषण पर केंद्रित लघु नाटिका भी प्रस्तुत की। संचालन अब्दुल सलाम खोकर ने किया।
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