बताया जा रहा है कि इसी कार्यक्रम में सीएम यह राशि किसानों के खातों में डालने वाले थे, लेकिन अब सीएम के सितंबर माह में कार्यक्रम आने के बाद राशि खातों में डाली जाएगी। जिले के उद्यानिकी और मंडी अधिकारियों की माने तो किसानों की राशि तो जिला स्तर पर पहुंच चुकी है, लेकिन सीएम साहब का कार्यक्रम निरस्त होने के कारण अब आगामी तारिख का इंतजार किया जा रहा है।
524 किसानों के पंजीयन हुए लेकिन फसलों का सत्यापन नहीं
रतलाम। भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत लहसुन-प्याज के करीब 524 किसानों के पंजीयन के बाद फसलों के सत्यपान नहीं होने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत लहसुन-प्याज के करीब 524 किसानों की राशि इस कारण से अटक चुकी है कि ततसमय लहसुन-प्याज बैचने वाले किसानों का फसल का सत्यापन नहीं हो पाया। जिस समय किसानों के पंजीयन बन रहे थे, उस समय इनके पंजीयन सत्यापन नहीं होने से इनका डाटा पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो पा रहा है। इसी कारण से इनकी डाटा इंट्री नहीं हो पाए और पोर्टल पर नाम भी प्रदर्शित नहीं दिखा रहा है। यह वह किसान है जिन्होंने फसल का पंजीयन तो करा लिया, लेकिन उनका सत्यापन नहीं हो पाया है। जबकि भावांतर भुगतान योजनाअन्तर्गत किसानों के खाते में पहुंचने वाली राशि व सूचि जिला स्तर पर पहुंच चुकी है। विभागीय अधिकारियों की माने तो जिन किसानों नाम पोर्टल नहीं दर्शा रहा है, उनके आवेदन आए है।
रतलाम। भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत लहसुन-प्याज के करीब 524 किसानों के पंजीयन के बाद फसलों के सत्यपान नहीं होने का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार भावांतर भुगतान योजना अन्तर्गत लहसुन-प्याज के करीब 524 किसानों की राशि इस कारण से अटक चुकी है कि ततसमय लहसुन-प्याज बैचने वाले किसानों का फसल का सत्यापन नहीं हो पाया। जिस समय किसानों के पंजीयन बन रहे थे, उस समय इनके पंजीयन सत्यापन नहीं होने से इनका डाटा पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो पा रहा है। इसी कारण से इनकी डाटा इंट्री नहीं हो पाए और पोर्टल पर नाम भी प्रदर्शित नहीं दिखा रहा है। यह वह किसान है जिन्होंने फसल का पंजीयन तो करा लिया, लेकिन उनका सत्यापन नहीं हो पाया है। जबकि भावांतर भुगतान योजनाअन्तर्गत किसानों के खाते में पहुंचने वाली राशि व सूचि जिला स्तर पर पहुंच चुकी है। विभागीय अधिकारियों की माने तो जिन किसानों नाम पोर्टल नहीं दर्शा रहा है, उनके आवेदन आए है।
जिले के किसानों को अब 1 अरब 2 लाख से अधिक राशि डलेगी
उद्यान अधीक्षक एसएस तोमर ने बताया कि जिन किसानों के पोर्टल पर डाटा नहीं दिखाई देने के संबंध में करीब चार-छह आवेदन आए है। अब इनका पोर्टल पर डाटा क्यों नहीं दिख रहा यह पता नहीं। लहसुन-प्याज में 5 करोड़ 81 लाख रुपए की राशि और बढ़ गया, 602 किसान और जुड़ गए है। अब १ अरब २ करोड़ से अधिक की राशि जिला स्तर पर वितरण होगी। इसके पूर्व जिले के पंजीकृत 25 हजार 918 किसानों के बैंक खातों में 96 करोड़ 89 लाख 45 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि जमा की जाना थी। अब तक तारिख तय नहीं हुई है, राशि कब किसानों के खातों में डाली जाएगी, राशि जिला स्तर पर पहुंच चुकी है।
उद्यान अधीक्षक एसएस तोमर ने बताया कि जिन किसानों के पोर्टल पर डाटा नहीं दिखाई देने के संबंध में करीब चार-छह आवेदन आए है। अब इनका पोर्टल पर डाटा क्यों नहीं दिख रहा यह पता नहीं। लहसुन-प्याज में 5 करोड़ 81 लाख रुपए की राशि और बढ़ गया, 602 किसान और जुड़ गए है। अब १ अरब २ करोड़ से अधिक की राशि जिला स्तर पर वितरण होगी। इसके पूर्व जिले के पंजीकृत 25 हजार 918 किसानों के बैंक खातों में 96 करोड़ 89 लाख 45 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि जमा की जाना थी। अब तक तारिख तय नहीं हुई है, राशि कब किसानों के खातों में डाली जाएगी, राशि जिला स्तर पर पहुंच चुकी है।