दुष्कर्म से जुड़े मामले में तो सौतेले पिता ने मासूम बेटी के साथ ही यह घिनौना कृत्य कर उसे मौत के घाट उतार दिया था। हालाकि उसके इस कृत्य के लिए न्यायालय ने उसे फांसी की सजा भी सुनाई है, लेकिन बेटियों की सुरक्षा को लेकर पुलिस के साथ आमजन को भी सतर्क रहना होगा। बीते वर्ष में दुष्कर्म से जुडे़ मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है। वर्ष 2017 में 75 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की वारदात हुई थी, जो कि वर्ष 2018 में बढ़कर 106 तक जा पहुंची है।
अपराधों का गिरा ग्राफ जिले में गंभीर अपराधों में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन अपराधों का ग्राफ गिरा है। पुलिस की माने तो आपराधिक प्रवृत्ति से जुड़े लोगों पर निरंतर कार्रवाई के चलते अपराधों का ग्राफ गिरा है। वर्ष 2018 में कुल 4873 अपराध आईपीसी की धाराओं में दर्ज किए गए है। वर्ष 2017 में यह आकंडा 5214 और वर्ष 2016 में 6985 था। इस मान से संख्या में तेजी से कमी हुई है।
चुनिंदा गंभीर अपराधों का आंकड़ा
अपराध – 2018 – 2017 – 2016
हत्या – 27 – 30 – 34
हत्या का प्रयास – 46 – 36 – 66
लूट – 24 – 19 – 34
अपहरण – 224 – 205 – 205
चोरी – 129 – 145 – 167
वाहन चोरी – 203 – 189 – 202
अपराध – 2018 – 2017 – 2016
हत्या – 27 – 30 – 34
हत्या का प्रयास – 46 – 36 – 66
लूट – 24 – 19 – 34
अपहरण – 224 – 205 – 205
चोरी – 129 – 145 – 167
वाहन चोरी – 203 – 189 – 202
दुष्कर्म – 106 – 75 – 99 इनका कहना है
अपराधियों की हुई धरपकड़
– जिले में बीते तीन वर्ष के दौरान अपराधों की संख्या में कमी आई है। कुछ गंभीर प्रवृत्ति के अपराध बढे़ है लेकिन उनके आरोपियों को जल्द पकड़ पुलिस ने इनका खुलासा भी किया है और आरोपियों को सजा भी दिलाई है।
गौरव तिवारी, एसपी
अपराधियों की हुई धरपकड़
– जिले में बीते तीन वर्ष के दौरान अपराधों की संख्या में कमी आई है। कुछ गंभीर प्रवृत्ति के अपराध बढे़ है लेकिन उनके आरोपियों को जल्द पकड़ पुलिस ने इनका खुलासा भी किया है और आरोपियों को सजा भी दिलाई है।
गौरव तिवारी, एसपी