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lok sabha election 2019 : यहां होगा चुनाव का सबसे रोचक मुकाबला, पार्टियों में प्रत्याशी को लेकर मचा घमासान

locationरतलामPublished: Mar 22, 2019 02:43:10 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

यहां होगा चुनाव का सबसे रोचक मुकाबला, पार्टियों में प्रत्याशी को लेकर मचा घमासान

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lok sabha election 2019 : यहां होगा चुनाव का सबसे रोचक मुकाबला, पार्टियों में प्रत्याशी को लेकर मचा घमासान

रतलाम. चुनाव से पहले पार्टियों में प्रत्याशी को लेकर घमासान मचा है, खासकर उन सीटों पर जहां कांटे का मुकाबला होने की उम्मीद है। ऐसी सीटों पर कांग्रेस और भाजपा अपने प्रत्याशी के चयन को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रख रही हैं। इसमें भितरघात, सहित जीतने की उम्मीद सहित प्रत्याशी का पूरा रेकॉर्ड देखा जा रहा है। सबसे खास बात है कि अलग-अलग टीमों में सर्वे से मिले इनपुट को ही ध्यान में रखकर प्रत्याशी के नाम पर विचार हो रहा है।
ऐसा ही मामला रतलाम- झाबुआ सीट का है, इस सीट पर रतलाम के नेता पहली बार स्थानीय प्रत्याशी को उतारने के लिए जोर लगा रहे हैं। मालवा की इस सीट पर रतलाम के लोगों को हमेशा बाहरी उम्मीदवार को ही वोट करना पड़ता है। भाजपा ने एक पूर्व विधायक पर दांव खेला है, महिला और आदिवासी के नाम पर टिकट मांगने की कोशिश हुई तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस तर्क को फिलहाल खारिज कर दिया। इसी तरह कांग्रेस में भी एक धड़े पूर्व मौजूदा सांसद से बगावत करते स्थानीय प्रत्याशी को राग अलापना शुरू कर दिया है। इसी के चलते पूरे मालवा में इस सीट पर सबसे रोचक मुकाबला होने वाला है।
रतलाम ऐसा जिला है जहां रतलाम लोकसभा क्षेत्र के परिसीमन की उलझन और चुनावी सोशल इंजीनियरिंग के खेल के चलते रतलामवासी अपने क्षेत्र का सांसद नहीं चुन पाते, जबकि जिले के मतदाताओं की वोटिंग की ताकत तीन लोकसभा क्षेत्र के सांसदों के सिर पर ताज सजाने में महत्वपूर्ण भूमिका रखती है। चुनाव दर चुनाव सांसद बन रहे हैं, लेकिन जिले से एक भी नहीं है। इस मर्तबा भी रतलाम की झोली खाली ही रहने की उम्मीद है, क्योंकि प्रत्याशी बाहरी जिले से होने की पूरी संभावना है।

पहले झाबुआ और फिर रतलाम लोकसभा क्षेत्र बनने के बाद भी रतलाम जिले के निवासी को सांसद बनने का मौका नहीं मिला है। हालांकि रतलाम जिले के मतदाता रतलाम लोकसभा सांसद के साथ उज्जैन और मंदसौर का सांसद चुनने के लिए भी अपने मताधिकार का उपयोग करते है। तीन सांसदों को चुनने का अधिकार होने के बावजूद स्टेटकाल के बाद रतलाम जिले का निवासी किसी भी लोकसभा से सांसद नहीं बना है। इस बार भी इतिहास दोहराने का अनुमान है। कांग्रेस से संभावित प्रत्याशी झाबुआ से है तो भाजपा के संभावित प्रत्याशियों के पैनल में भी झाबुआ से नाम जुड़ा है।

भाजपा से झाबुआ विधायक संभावित दावेदार
भाजपा ने पहले चरण की रायशुमारी के बाद झाबुआ के विधायक गुमानसिंह डामोर को संभावित दावेदारों की पैनल में सबसे ऊपर रखा है। इसके बाद आलीराजपुर से पूर्व विधायक नागरसिंह चौहान का नाम है। पैनल में तीसरे दावेदार के तौर पर थांदला के विधायक रहे कलसिंह भाबर का नाम शामिल है। रतलाम जिले से एकमात्र नाम सैलाना की पूर्व विधायक संगीता चारेल का है, लेकिन इस पर मुहर की संभावना बेहद कम है।
कांग्रेस से कांतिलाल का नाम सबसे आगे
कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने रतलाम लोकसभा से सांसद कांतिलाल भूरिया को ही फिर से उतारने के संकेत दे दिए है। भूरिया इसी अनुरूप अपने क्षेत्र में सक्रिय भी हो गए है। उनके पुत्र डॉ. विक्रांत भूरिया भी विधानसभाओं के सम्मेलन में सक्रिय नजर आए थे, हालांकि फिलहाल वे स्वास्थ्य कारणों के चलते अभी दिल्ली से वापस नहीं लौटे है।

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