लोकायुक्त डीएसपी शर्मा के अनुसार लंबे समय से फरियादी सिंह अपने खाता खसरा की पावती बनवाने के लिए चक्कर काट रहा था। बार बार चक्कर काटने के बाद भी जब पावती नहीं बनी तो पटवारी मुनिया से चर्चा की। तब मुनिया ने बताया कि फ्री में कुछ काम नहीं होता है। रुपए लगेंगे। इसके बाद दो हजार रुपए की मांग की। कुछ रुपए पूर्व में ले लिए थे। पूरे मामले में सिंह ने लोकायुक्त को शिकायत की। इसके बाद कार्रवाई करते हुए सोमवार को पटवारी को रंगे हाथों पकड़ा गया। मामले में लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार विरोधी अधिनियम में प्रकरण दर्ज किया है। सूचना के बाद प्रशासन पटवारी को निलंबीत करने की कार्रवाई कर रहा है।