रंग बिरंगी रूप में भगवान के गर्भ ग्रह से लेकर पूरे मंदिर परिसर की सजावट की गई है। शिवरात्रि के दिन मंदिर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शनार्थ पहुंचेंगे और गर्भ ग्रह में ही 4 पंडित वैदिक मंत्रोचार के साथ माता पार्वती के साथ भगवान का विवाह संपन्न कराएंगे। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर भगवान की शादी समारोह के उत्साह को लेकर पूरे मंदिर परिसर को सजाया जा रहा है और भगवान की शादी की तैयारियां मंदिर परिसर में हो रही हैं इसी को लेकर हल्दी लगाई गई है। मंदिर समिति के सदस्यों का कहना है कि शिवरात्रि पर भगवान की शादी हुई थी और इसी को लेकर 1 दिन पहले उन्हें हल्दी लगाई गई हैं।
34 घंटे खुले रहेंगे गर्भगृह के पट
महाशिवरात्रि पर्व को लेकर 11 मार्च को सुबह 4.00 बजे से भगवान का गर्भ ग्रह के पट खुलेंगे। अभिषेक और नियमित पूजन पाठ होगी, लेकिन भक्तों का गर्भ ग्रह में प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। सुबह 4.00 बजे से लगातार भगवान का दर्शन का दौर चलेगा और दोपहर के समय भी शिवरात्रि के चलते पट बंद नहीं रहेंगे इसके अलावा रात भर भी पट खुले रहेंगे और अगले दिन 12 मार्च को दोपहर 2.00 बजे तक लगातार पट खुले रहेंगे। शिवरात्रि को लेकर भगवान को दूल्हे की तरह सजाया जाएगा साफा भी बांधा जाएगा तो गर्भ गृह में ही विराजित माता पार्वती की प्रतिमा के साथ मंदिर के चारों पंडित मिलकर वैदिक मंत्रोचार के साथ विवाह संपन्न कराएंगे और गर्भ ग्रह को फूलों से सजाया जाएगा।
मंदिर प्रबंध समिति द्वारा महाशिवरात्रि पर्व को लेकर मंदिर परिसर में आकर्षक रूप से सजावट की गई है। मंदिर परिसर शिवना की छोटी पुलिया गर्भ ग्रह से लेकर पूरे पांडाल को रंग बिरंगी रूप से सजाया गया है तो आकर्षक रूप से विद्युत सज्जा की गई। ग्रभ ग्रह में फूलों की सजावट के साथ विद्युत रोशनी से बाबा का दर्द चमकेगा और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को गर्भ ग्रह से दूर से ही दर्शन करने को मिलेंगे।