बड़ायला माताजी निवासी विक्रम पिता रतनलाल चंद्रवंशी मजदूरी करने राजस्थान के सालमगढ़ के निनोर गया था। यहीं पर उसकी मुलाकात राधाबाई से हो गई और इनकी मुलाकात प्रेम में बदल गई। दोनों ने करीब डेढ़ माह पहले ही प्रेम विवाह किया और ये लोग विक्रम की भदवासा में रहने वाली बहन रामकन्या के घर रहने लगे। यहीं पर १७ मई को राधाबाई चिमनी से जल गई थी जिसे जिला अस्पताल में जली हुई अवस्था में भर्ती कराया था। तब से वह यहीं भर्ती है। पति विक्रम का कहना है कि वह उसे बुझाने में खुद भी जल गया था। जलने के बाद अब तक युवती के परिजनों को सूचना नहीं दी गई लेकिन सोमवार को उसकी मृत्यु के बाद निनोर में रहने वाले परिजनों को सूचना दी तो पिता पीरू मीणा, मां, दादी और अन्य परिजन जिला अस्पताल पहुंचे। यहां पिता पीरूलाल का कहना था कि उनकी बेटी के पति ने ही उसे जलाकर मारा है। उस पर कार्रवाई करो तब बयान दर्ज कराएंगे। एक बार तो वह उठकर जाने लगा। इसी बीच एसडीओपी एमएस चौहान और स्टेशन रोड थाना टीआई राजेंद्र वर्मा ने उन्हें कानूनी प्रक्रिया बताते हुए बयान दर्ज करने को राजी किया।
राधाबाई की मृत्यु से युवती के परिजन काफी आक्रोश में थे। जब वे लोग अस्पताल पुलिस चौकी पहुंचे तब युवती का पति विक्रम पुलिस चौकी में ही था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार युवती के परिजनों ने किसी युवक को युवती का पति समझकर पकड़़ लिया था। इससे पुलिस भी चौंक गई और युवती के पति विक्रम को चौकी के अंदर छिपा दिया। परिजनों को आश्वासन दिया कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है और वह थाने पर है। इसके बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।