पिपलौदा थाना क्षेत्र के गांव अयाना निवासी युवक वैभवसिंह पिता दिलीपसिंह तंवर का पास के एक गांव की बालिक युवती से प्रेम प्रसंग था। इन्होंने 24 मई को इंदौर में आदेश्वर वैदिक संस्कार विवाह समिति में शादी कर ली। इसके बाद ये गुरुवार को पिपलौदा पुलिस थाने में पेश हुए। चूंकि नियम है कि गायब लडक़ी पेश होती है तो उसके परिजनों को सूचना दी जाती है। लडक़ी के परिजन पहुंचे, चर्चा हुई। इस पर लडक़ी ने लडक़े के साथ जाने की बात कही। उसने परिजनों के साथ जाने से इनकार कर दिया। इस पर लडक़ी को गुरुवार की शाम को कालिका माता मंदिर के पास बने वन स्टाप सेंटर में छोड़ दिया गया। इस समय भी लडक़ी वन स्टाप सेंटर में ही है।
पुलिस के अनुसार युवती से मिलने के लिए लडक़ा अपने साथियों के साथ शुक्रवार को रतलाम आया। इसका पता चलने पर लडक़ी के परिजन भी रतलाम पहुंचे। चर्चा हुई और कालिका माता मंदिर परिसर में समझौता करने के लिए एकत्रित होने का कहकर सभी वहां पहुंचे। चर्चा के दौरान दोपहर करीब एक बजे इनके बीच कोई सहमति नहीं बनी और विवाद होने लगा। इसी दौरान दो वाहन तेजी से वहां पहुंचे और उसमें से उतरे लोगों ने सभी के बीच पहुंचकर युवक को उठाकर बोलेरो जीप में भरा और तेजी से भाग निकले। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट हो गई। हंगामा और मारपीट के कारण कालिका माता मंदिर परिसर में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। सूचना पर स्टेशन रोड पुलिस भी मौके पर पहुंची। मामला बढ़ता देख दोनों पक्षों को थाने लेकर आई।
एफआईआर में नाम लिखवाने को लेकर पुलिस और लडक़े के पक्ष के लोगों के बीच काफी देर तक बहस चलती रही। सीएसपी हेमंत चौहान, टीआई किशोर पाटनवाला सहित तमाम लोग उन्हें समझाते रहे लेकिन वे मानने को तैयार नहीं थे। काफी जद्दोजहद के बाद कुछ नाम तय हुए जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई। एफआईआर में दिलीप पाटीदार, अजय पाटीदार, कपिल पाटीदार, अनुराग पाटीदार और दीनदयाल पाटीदार के साथ ही अन्य लोगों के खिलाफ अपहरण, मारपीट धमकाने सहित अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।