निंबाहेड़ा में 30 मार्च को 12 किलो विस्फोटक सामग्री के साथ धराए रतलाम के तीन आरोपियों असजद, जुबेर और सेफुल्ला के साथ इमरान व अन्य 2 आरोपियों को लेकर राजस्थान एटीएस ने रतलाम में दो दिन तक जांच की है। बुधवार को एटीएस के दोनों ही दल वापस लौट गए। एटीएस ने रतलाम में जांच और तलाशी के दौरान दो महत्वपूर्ण इनपुट हासिल किए हैं। मास्टरमाइंड इमरान के पोल्ट्री फार्म से विस्फोटक कार में रखा गया था, जांच के दौरान एटीएस ने पोल्ट्री फार्म से शंकास्पद सामग्री भी जब्त की है। इनके सैंपल जांच के लिए विशेष प्रयोगशाला भेजे जाएंगे, साथ ही पूर्व में बरामद विस्फोटक के सैंपलों की जांच रिपोर्ट से मैच भी किए जा सकते हैं। वहीं, एक अन्य इनपुट यह भी मिला है कि इस साजिश में प्रतापगढ़ व उज्जैन जिले के भैरवगढ़ जेल में बंद कुछ अलसूफा सदस्य भी शामिल हो सकते है, अब इनके कनेक्शन को तलाशा जा रहा है। उधर, रतलाम में अलसूफा से जुड़े तीन संदिग्धों की तलाश भी तेज कर दी गई है। बताया जा रहा है कि इनमें एक सूफा का संस्थापक एवं दो अन्य उसके साथी है। रतलाम के कपिल हत्याकांड के कुछ आरोपी प्रतापगढ़ की जेल में बंद है तो कुछ आरोपियों को उज्जैन के भैरवगढ़ जेल में रखे जाने की बात कही जा रही है।

मकान मालिक की जिम्मेदारी की तय रतलाम से आतंकी कनेक्शन होने संबंधी तथ्य के बाद स्थानीय पुलिस अपनी सर्तकता दिखा रही है। अब पुलिस मकान मालिकों से किराएदारों की जानकारी दिए जाने का अभियान चला रही है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक तिवारी ने जिलेभर के लिए आदेश जारी किए है, जिसमें बताया गया है कि यदि आप मकान मालिक है और आपके मकान में किराएदार है या फिर दुकान पर कर्मचारी है, तो उसके संबंध में जानकारी संबंधित थाने में निर्धारित प्रारूप में भरकर देना होगी। रतलाम पुलिस ने इसके लिए अभियान शुरू किया है। निर्देशों का पालन नहीं करने पर संबंधित मकान मालिक के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की बात भी कही है। पुलिस ने जानकारी एकत्र करने के संबंध में एक प्रोफार्मा भी तय किया है, जिसके तहत जानकारी उपलब्ध कराना होगी। जानकारी नहीं दिए जाने पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की कार्रवाई की जा सकती है।
जब्त विस्फोटक की जांच कर रही विशेष लैब उधर, निंबाहेड़ा में कार से जब्त विस्फोटक की जांच के संबंध में जयपुर एफएसएल के मुताबिक, राजस्थान एटीएस ने टाइमर बम की जांच करवाने के लिए मौखिक संपर्क किया था, लेकिन बाद में विस्फोटक सामग्री की जानकारी ली तो पाउडर था, जिसकी राजस्थान एफएसएल में जांच की जा सकती है। राजस्थान एटीएस ने मंगलवार को विस्फोटक सामग्री का सैंपल एफएसएल में जमा करवाया। एफएसएल के निदेशक डॉ. अजय शर्मा ने कहा कि पाउडर के रूप में विस्फोटक सामग्री जमा करवाई है। जांच के बाद पता चलेगा, कौनसा विस्फोटक है। गौरतलब है कि इतना गंभीर मामला है। इसके बावजूद आज तक विस्फोटक कौनसा है, इसकी जानकारी नहीं हो सकी।
