scriptशहर में मच्छरों की भरमार, निगम के पास नहीं दवा | Malaria News | Patrika News

शहर में मच्छरों की भरमार, निगम के पास नहीं दवा

locationरतलामPublished: Sep 19, 2019 12:49:21 pm

Submitted by:

Gourishankar Jodha

खाली प्लाटों, चॉक नालियों में पनप रहे मच्छरों के लार्वा

शहर में मच्छरों की भरमार, निगम के पास नहीं दवा

शहर में मच्छरों की भरमार, निगम के पास नहीं दवा

रतलाम। मध्य प्रदेश के एक जिले की नगर निगम के दिन लदते नजर आ रहे हैं, क्योंकि बारिश का मौसम निकलने वाला है और जिम्मेदार अधिकारी अब कर मच्छरों को मारने और लार्वा नष्टीकरण की दवाई तक नहीं खरीद पाए है। जिले में अब तक 62 इंच बारिश हो चुकी है और शहर के हर कौने में मच्छरों की भरमार है। कहीं जमा पानी तो कहीं चॉक नालियों में लार्वा पनप रहे हैं। कॉलोनियों में मच्छरों की भरमार हो गई है, जबकि नगर निगम अब तक लार्वा-मच्छर मारने की दवाई नहीं खरीद पाया है। मलेरिया के मरिज हर दिन जिला अस्पताल में दस्तक दे रहे हैं।
ठहरे पानी में मच्छर और लार्वा पनपे

उल्लेखनीय है कि एक माह पूर्व नगर निगम के पास दवाई उपलब्ध नहीं होने के कारण स्वास्थ्य विभाग द्वारा केवल पायराथैस नामक दवाई 50 लीटर उपलब्ध कराई गई थी। जबकि स्वास्थ्य विभाग ग्रामीण अंचलों में पायराथैस के साथ ही टैमोफॉस दवाई का छिड़काव करवा रहा है, ताकि मच्छर मरे और लार्वा भी नहीं पनपे। बारिश थमने के बाद शहर के हर क्षेत्र में ठहरे पानी लार्वा पनपने की संभावना बढऩे लगी है। इस संबंध में मलेरिया विभाग ने गत दिनों महापौर, नगर निगम आयुक्त सहित निगम के अधिकारियों के साथ बैठक भी लेकर, स्वास्थ्य विभाग से जानकारी लेने पर उन्हे समस्त जानकारी उपलब्ध कराई थी। बाद में नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने मलेरिया विभाग से जानकारी मांगी थी कि कौन दवाई छिड़काव करना है और कहा से मिलेगी वह भी जानकारी विभाग द्वारा उपलब्ध करा दी थी, लेकिन इसके बावजूद अब तक खरीदी प्रक्रिया में भी नगर निगम का स्वास्थ्य विभाग उलझा हुआ है।
400 लीटर के करीब दवाई मंगवाई है
मच्छर मारने की 400 लीटर दवाई मंगवाई है, आर्डर हो चुके हैं डिलेवरी अब तक नहीं हुई है। अब तक जो स्वास्थ्य विभाग से जो दवाई मिल रही है उसका छिड़काव किया जा रहा है।
राजेंद्रसिंह, नगर निगम स्टोर बाबू
निगम को 50 लीटर दवाई उपलब्ध कराई थी
नगर निगम को 6 माह पूर्व पायराथैस नामक दवाई 50 लीटर की मात्रा में उपलब्ध कराई थी, जो कि मच्छरों को भगाने और मारने के काम में आती है। इस संबंध में नगर निगम के कर्मचारियों की बैठक लेकर प्रशिक्षण भी दे दिया था। निगम की दवाई कौनसी दवाई छिड़कना है, यह भी जानकारी उपलब्ध कराई थी और कितनी मात्रा में छिड़कना है यह भी बता दिया था। अब तक दवाई क्यों नहीं आई ये उनका विषय है। खरीदी भी स्वयं नगर निगम को करना थी। ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में दवाई का छिड़काव करवाया जा रहा है।प्रमोद प्रजापति, जिला मलेरिया अधिकारी, स्वास्थ्य विभाग रतलाम
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो