बिजली आपूर्ति के साथ ही राजस्व संग्रहण व शिकायत निवारण पर रखे फोकस
Electricity connection cut for more than 5 thousand dues, crores owed on government departments too
रतलाम. गुणवत्तापूर्ण बिजली वितरण और समय पर राजस्व संग्रहण के साथ ही उपभोक्ता संतुष्टि का स्तर बढ़ाना मप्र ऊर्जा विभाग की प्राथमिकताएं है। इन पर कर्मचारी, अधिकारी ध्यान दे, इस मामले में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक अमित तोमर ने ये निर्देश बैठक में दिए है। रतलाम, मंदसौर, नीमच – उज्जैन संभाग के 15 जिलों के बिजली अधिकारियों को संबोधित करते हुए एमडी तोमर ने कहा कि बिजली कंपनी कार्य ऐसा करे कि उपभोक्ता को शिकायत का मौका ही न मिले। जो शिकायतें आए उनका समय पर समाधान हो। इससे ऊर्जा विभाग और बिजली कंपनी की छवि पर सकारात्मक असर होगा। मीटर रीडरों का कार्यों पर संबंधित गु्रप प्रभारी, जेई, एई ध्यान रखे, इससे बिलिंग व्यवस्था में और सुधार आएगा।
इसमे नहीं दे शिकायत का अवसर एमडी तोमर ने कहा बेहतर कार्य होगा तो उपभोक्ताओं को बिल राशि व भुगतान तिथि के संबंध में कोई शिकायत करने का मौका ही न मिलेगा। उन्होंने कहा कि कंपनी मुख्यालय से सभी कलेक्टरों को पत्र लिखा गया है, ताकि डीबीटी तैयारी तेज की जा सके। इससे किसानों को सिंचाई रकम आगे जाकर डीबीटी से प्राप्त होने लगेगी। प्रबंध निदेशक ने रतलाम अधीक्षण यंत्री सुरेश वर्मा से चर्चा की और शहर आदि में विगत तीन माह में किए प्रयासों, उपलब्धियों पर प्रसन्नता जताई।
सुधार के लिए निर्देशित उज्जैन शहर में विभागीय पैमानों की स्थिति में सुधार के लिए निर्देशित भी किया गया। बैठक में मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, निदेशक मनोज झंवर, कार्यापालक निदेशक संजय मोहासे, गजरा मेहता, मुख्य अभियंतागण कैलाश शिवा, बीएल चौहान उज्जैन, रतलाम अधीक्षण यंत्री सुरेशचंद्र वर्मा, कार्यपालन यंत्री रतलाम शहर विनय प्रतापसिंह, ग्रामीण कार्यपालन यंत्री जयपाल ठाकुर आदि वीसी के माध्यम से जुड़े।