ये कमियां आई थी सामने
मेडिकल कॉलेज का अक्टूबर माह में हुए फस्र्ट रिन्युअल के निरीक्षण के दौरान एमसीआई की टीम ने कॉलेज में पर्याप्त स्टॉफ, प्रोफेसर और सहायक सहित अन्य पदों की पूर्ति, लाइब्रेरी में पर्याप्त संख्या में पुस्तकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने, डिफेब्रुलेटर की अनिवार्यता और ऑपरेशन थिएटर में मल्टीपेरा मानिटर की अनिवार्यता पर जोर दिया था। ये तो मुख्य ङ्क्षबदु थे किंतु इसके अलावा जिला अस्पताल से जुड़े कई अन्य बिंदुओं पर भी टीम ने कमियों के तौर पर देखा और इन्हें दूसरी बार आने पर ठीक करने को कहा था। इसमें ओटी में सेट्र्लाइज आक्सीजन लाइन की व्यवस्था काफी महत्वपूर्ण है।
९६ फीसदी स्टॉफ की पूर्ति हो गई
मेडिकल कॉलेज में फस्र्ट रिन्युअल यानि दूसरे साल की पढ़ाई शुरू करने के लिए जितना स्टॉफ अनिवार्य होता है उतने की पूर्ति में अभी भी कुछ पद रिक्त पड़े हैं। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. दीक्षित का मानना है कि टीचिंग स्टॉफ में अब तक ९६ फीसदी पदों की पूर्ति की जा चुकी है। अन्य स्टॉफ की पूर्ति आउट सोर्सिंग से की जा चुकी है। बचे हुए कुछ पदों के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यदि बीच में लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगती है तो चुनाव आयोग से विशेष अनुमति लेकर इसकी पूर्ति की जाएगी। चुनाव आयोग अनुमति नहीं देता है तो फिर टीम को इस बारे में अवगत करा देंगे।
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जल्द आ सकती है एमसीआई की टीम
एमसीआई की टीम जल्द ही रतलाम मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने आ सकती है। पूर्व में एमसीआई द्वारा बताई गई कमियों के कम्प्लाइंस के लिए जल्द ही यह टीम आ रही है। बताई गई कमियां हमने लगभग पूरी कर ली है और जो बची हैं वे भी सोमवार तक पूरी कर ली जाएगी। जहां तक पदों की पूर्ति की बात है तो विज्ञप्ति निकाल दी गई है।
डॉ. संजय दीक्षित, डीन मेडिकल कॉलेज, रतलाम