आज तक नहीं मिली सुविधा
सभी ने एक स्वर में कहा कि 2019 में मुख्य सचिव के साथ के साथ पीएमटीए की हुई बैठक के निर्णय के अनुसार आज दिनाँक तक प्रमोशन पॉलिसी (डीएसीपी) और 7वां वेतनमान 2016 से (एनपीए) लागू नहीं की गई है। जिसे लेकर दो माह की मोहलत दी गई है। अपने-अपने लोगों को उपकृत करने में लगी सरकार को जगाने के लिए लोकतांत्रिक तरीकों से संघर्ष करने का प्रण लिया गया। अंत में आभार आयोजक डॉ. सर्वेश जैन ने माना। दौसा की वीरांगना शहीद डॉ. अर्चना शर्मा को मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सभी ने एक स्वर में कहा कि 2019 में मुख्य सचिव के साथ के साथ पीएमटीए की हुई बैठक के निर्णय के अनुसार आज दिनाँक तक प्रमोशन पॉलिसी (डीएसीपी) और 7वां वेतनमान 2016 से (एनपीए) लागू नहीं की गई है। जिसे लेकर दो माह की मोहलत दी गई है। अपने-अपने लोगों को उपकृत करने में लगी सरकार को जगाने के लिए लोकतांत्रिक तरीकों से संघर्ष करने का प्रण लिया गया। अंत में आभार आयोजक डॉ. सर्वेश जैन ने माना। दौसा की वीरांगना शहीद डॉ. अर्चना शर्मा को मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
लंबे समय से चल रही है मांगे
चिकित्सा शिक्षकों की ये मांगे लंबे समय से चल रही है। हालत यह है कि एनपीए की मांग को न तो सरकार ने अब तक माना और न ही कोई बड़ा आश्वासन ही दिया कि ये मांगे कब तक मांग ली जाएंगी। प्रदेश के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के करीब तीन हजार से ज्यादा चिकित्सा शिक्षकों की इस मांग की तरफ शासन कोई ध्यान देने को तैयार ही नहीं है। इसलिए बीच-बीच में चिकित्सा शिक्षक काम बंद हड़ताल भी कर चुके हैं। कई बार सांकेतिक हड़ताल भी की गई लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
चिकित्सा शिक्षकों की ये मांगे लंबे समय से चल रही है। हालत यह है कि एनपीए की मांग को न तो सरकार ने अब तक माना और न ही कोई बड़ा आश्वासन ही दिया कि ये मांगे कब तक मांग ली जाएंगी। प्रदेश के 13 शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के करीब तीन हजार से ज्यादा चिकित्सा शिक्षकों की इस मांग की तरफ शासन कोई ध्यान देने को तैयार ही नहीं है। इसलिए बीच-बीच में चिकित्सा शिक्षक काम बंद हड़ताल भी कर चुके हैं। कई बार सांकेतिक हड़ताल भी की गई लेकिन सरकार पर इसका कोई असर नहीं हुआ।