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बारिश ने बिगाड़ा बजट: मरीजों की थाली से गायब हुई मूंग दाल

locationरतलामPublished: Nov 11, 2019 05:27:15 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

बारिश ने बिगाड़ा बजट: मरीजों की थाली से गायब हुई मूंग दाल

बारिश ने बिगाड़ा बजट: मरीजों की थाली से गायब हुई मूंग दाल

बारिश ने बिगाड़ा बजट: मरीजों की थाली से गायब हुई मूंग दाल

रतलाम। बारिश के कारण दलहन की फसल खराब होने से उसका असर दालों पर पड़ा है। इसके चलते मरीजों की थाली दाल ही गायब हो गई है। इसके चलते दीपावली के बाद से दालों के भाव सोयाबीन की फसल का असर रिफाइन सोयातेल पर पड़ा है। जहां सभी प्रकार की दालों के दाम मूंग दाल 10 से 30 रुपए प्रतिकिलो का इजाफा हो चुका है। सोया तेल में तीन से चार रुपए किलो का उछाल आया है। इसके चलते मरीज की थाली से दाल गायब हो गई है।

व्यक्ति के बीमार होने पर अधिकतर लोग मूंग की दाल का उपयोग किया जाता है। वर्तमान में मूंग की दाल के भाव 100 रुपए किलो पहुंच गई है। ऐेसे गरीब लोगों की सबसे सस्ता पेट भरने का साधन अब महंगा हो गया है। उसका भाव इसी तरह बढ़ते रहे तो मूंग दाल गरीबों से दूर हो जाएगी। इधर तुवर दाल में सात रुपए, चना दाल मे दो रुपए, मूंग दाल 15 रुपए, मूंग मोगर 10 रुपए, उड़द मोगर 30 रुपए किलो की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होने की संभावना जताई जा रही है।

सोया तेल तेज, मूंगफली तेल में गिरावट
सोयाबीन की फसल खराब होने से अब सोया तेल के भाव में तेजी आ गई है। जो सोया रिफाइन तेल दीपावली पूर्व 81 रुपए प्रति किलो बिक रहा था वह वर्तमान में 85 रुपए प्रतिकिलो पहुंच गया है। भविष्य में इसमें और तेजी की संभावना जताई जा रही है। इसके उलट इस बार मूंगफली तेल के भाव में गिरावट आ गई है। दीपावली पूर्व मूंगफली तेल 124 रुपए प्रति किलो था, जो वर्तमान में पांच रुपए की गिरावट के साथ 119 रुपए रुपए बिक रहा है।

फसल खराब होना व इम्पोर्ट पालिसी में परिवर्तन
वर्तमान में दलहनों के भाव में तेजी का मुख्य कारण दलहनों की फसल चौपट होना है। इस बार मूंग व उड़़द की फसले चौपट हो गई है। इसके चलते मूंग व उड़द की दालों में 15 से 30 रुपए प्रतिकिलो की तेजीआई है। इसके साथ ही सरकार की इंपोर्ट पॉलिसी में परिवर्तन है।
गोविंद अग्रवाल, संरक्षक, थोक किराना व्यापारी संघ, रतलाम।

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