510 ग्रामों का रेंडमली चयन कर यह सर्वेक्षण स्वच्छ भारत मिशन में शहरी क्षेत्र की तर्ज पर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वच्छता सर्वेक्षण कराया जाएगा। यह सर्वेक्षण एक से 31 अगस्त के मध्य होगा। इसके लिए गाइड लाइन जारी कर दी गई है। गांव के सर्वे के लिए आने वाला दल तीन स्तरों पर मूल्यांकन करेगा। पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय देश के 680 जिलों में थर्ड पार्टी सर्वेक्षण करा रहा है। इसी क्रम में मध्यप्रदेश के भी 51 जिलों के चुनिंदा 510 ग्रामों का रेंडमली चयन कर यह सर्वेक्षण कराया जाएगा। इसमें भारत सरकार से निर्धारित एजेंसी चयनित ग्रामों में स्वच्छता अभियान में कराए गए कार्यों की गुणात्मकता और संख्यात्मकता का परीक्षण करेगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्रालय ने ग्रामीणों से सर्वेक्षण में भागीदारी दर्ज कराने की अपील की है। निर्देश दिए है कि सर्वेक्षण का ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रसार किया जाए।
देश और प्रदेश की टॉप रैंकिंग बनेगी
इस सर्वेक्षण में ग्राम के महत्वपूर्ण व्यक्तियों से भी राय ली जाएगी। इस सर्वेक्षण में प्राप्त अंकों के आधार पर देश और प्रदेश की रैंकिंग निर्धारित होगी। टॉप के जिलों को भारत सरकार 2 अक्टूबर 2018 को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करेगी। प्रदेश में सर्वेक्षण के प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के लिए तैयारियां की गई है और गाइड लाइन जारी हुई है।
तीन भागों में बांटकर होगा सर्वेक्षण
ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता सर्वेक्षण तीन तरह से किया जाएगा। इसमें 35 प्रतिशत अंक सिटीजन फीडबैक से, 35 प्रतिशत अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस तथा 30 प्रतिशत अंक सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से मूल्यांकित होंगे। मूल्यांकन के लिए एजेंसी गांव के सार्वजनिक स्थान, स्कूल, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्र, हाट-बाजार, धार्मिक स्थलों पर साफ. सफाई की स्थिति और व्यवस्था का जायजा लेगी।
इस सर्वेक्षण में ग्राम के महत्वपूर्ण व्यक्तियों से भी राय ली जाएगी। इस सर्वेक्षण में प्राप्त अंकों के आधार पर देश और प्रदेश की रैंकिंग निर्धारित होगी। टॉप के जिलों को भारत सरकार 2 अक्टूबर 2018 को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित करेगी। प्रदेश में सर्वेक्षण के प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन के लिए तैयारियां की गई है और गाइड लाइन जारी हुई है।
तीन भागों में बांटकर होगा सर्वेक्षण
ग्रामीण इलाकों में स्वच्छता सर्वेक्षण तीन तरह से किया जाएगा। इसमें 35 प्रतिशत अंक सिटीजन फीडबैक से, 35 प्रतिशत अंक सर्विस लेवल प्रोग्रेस तथा 30 प्रतिशत अंक सर्वेक्षण एजेंसी के माध्यम से मूल्यांकित होंगे। मूल्यांकन के लिए एजेंसी गांव के सार्वजनिक स्थान, स्कूल, आंगनवाड़ी, स्वास्थ्य केन्द्र, हाट-बाजार, धार्मिक स्थलों पर साफ. सफाई की स्थिति और व्यवस्था का जायजा लेगी।