प्रदेश के कुछ अन्य जिलों में भी इस तरह की गड़बड़ी सामने आई है। जिले की चार विधानसभा के ८ बूथ पर पीठासीन अधिकारी ईवीएम में मॉक पोल के बाद उसे डिलीट करना भूले। एेसे में इन बूथों पर हुए कुल मतदान के आंकड़ों में अंतर आ रहा है। किस बूथ पर मॉक पोल के दौरान कितने वोट डाले गए हंै, इसकी जानकारी अधिकारियों ने एकत्र कर ली है। वहीं जिन लोगों के पास इसकी जानकारी है, वे यह बताने में घबरा रहे हैं कि किस बूथ पर गड़बड़ी हुई।
हर बूथ पर 50 मॉक पोल
मतदान की शुरुआत के पूर्व ईवीएम की जांच के लिए पीठासीन अधिकारी पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में मॉक पोल में कम से कम पचास मत डलवाते हैं। मॉक पोल के बाद डाले गए मतों को डिलिट किया जाता है, उसके बाद वास्तविक मतदान की प्रक्रिया शुरू होती है, जिले के 8 बूथ पर पीठासीन अधिकारी मॉक पोल डिलिट करना भूल गए और सीधे मतदान की प्रक्रिया शुरू करा दी। एेसे में इन केंद्रों पहुंचे मतदाताओं से अधिक मत ईवीएम में नजर आने लगे है।
मतदान की शुरुआत के पूर्व ईवीएम की जांच के लिए पीठासीन अधिकारी पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में मॉक पोल में कम से कम पचास मत डलवाते हैं। मॉक पोल के बाद डाले गए मतों को डिलिट किया जाता है, उसके बाद वास्तविक मतदान की प्रक्रिया शुरू होती है, जिले के 8 बूथ पर पीठासीन अधिकारी मॉक पोल डिलिट करना भूल गए और सीधे मतदान की प्रक्रिया शुरू करा दी। एेसे में इन केंद्रों पहुंचे मतदाताओं से अधिक मत ईवीएम में नजर आने लगे है।
ग्रामीण को छोड़ सभी विधानसभा में गड़बड़ी
ईवीएम में मॉक पोल डिलीट करने की प्रक्रिया रतलाम ग्रामीण विधानसभा में पूरी तरह से सही हुई है। इसके अतिरिक्त रतलाम शहर विधानसभा, जावरा विधानसभा क्षेत्र, आलोट विधानसभा क्षेत्र और सैलाना विधानसभा क्षेत्र के कुल 8 बूथों पर पीठासीन अधिकारी की लापरवाही उजागर हुई है। इन चार विधानसभा में यदि जीत-हार का अंतर कम होगा, तो ये गड़बड़ी जिला निर्वाचन आयोग के गले की फांस भी बन सकती है।
ईवीएम में मॉक पोल डिलीट करने की प्रक्रिया रतलाम ग्रामीण विधानसभा में पूरी तरह से सही हुई है। इसके अतिरिक्त रतलाम शहर विधानसभा, जावरा विधानसभा क्षेत्र, आलोट विधानसभा क्षेत्र और सैलाना विधानसभा क्षेत्र के कुल 8 बूथों पर पीठासीन अधिकारी की लापरवाही उजागर हुई है। इन चार विधानसभा में यदि जीत-हार का अंतर कम होगा, तो ये गड़बड़ी जिला निर्वाचन आयोग के गले की फांस भी बन सकती है।
दिल्ली से आएगा जवाब
रतलाम जिला निर्वाचन से भोपाल द्वारा मांगी गई जानकारी वहां भिजवाने के बाद अब वहां से यह पूरी जानकारी दिल्ली चुनाव आयोग के पास गई है। वहां से इस पर क्या फैसला होता है, उसका जवाब आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। उसके पहले कोई भी अधिकारी सीधे तौर पर ये कहने की स्थिति में नहीं है कि यदि वह शुरुआती मत डिलिट करने की बात कह रहे हंै, तो वह उसे बिना अनुमति के गिनती से बाहर कर देंगे।
रतलाम जिला निर्वाचन से भोपाल द्वारा मांगी गई जानकारी वहां भिजवाने के बाद अब वहां से यह पूरी जानकारी दिल्ली चुनाव आयोग के पास गई है। वहां से इस पर क्या फैसला होता है, उसका जवाब आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। उसके पहले कोई भी अधिकारी सीधे तौर पर ये कहने की स्थिति में नहीं है कि यदि वह शुरुआती मत डिलिट करने की बात कह रहे हंै, तो वह उसे बिना अनुमति के गिनती से बाहर कर देंगे।
इनका कहना है
भेजी है रिपोर्ट
– आठ बूथ पर मॉक पोल डिलीट नहीं होने की जानकारी सामने आई है। यह डिटेल भोपाल में चुनाव आयोग को भेजी है, वहां से मिले दिशा-निर्देश के अनुरूप काम किया जाएगा।
रुचिका चौहान, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, रतलाम
भेजी है रिपोर्ट
– आठ बूथ पर मॉक पोल डिलीट नहीं होने की जानकारी सामने आई है। यह डिटेल भोपाल में चुनाव आयोग को भेजी है, वहां से मिले दिशा-निर्देश के अनुरूप काम किया जाएगा।
रुचिका चौहान, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, रतलाम