छह लाख रुपए से अधिक का था चेक
पुलिस की माने तो वर्ष 2009 में जावरा निवासी चंद्रप्रकाश ओस्तवाल ने डॉ. विजय चारेल के खिलाफ छह लाख 67 हजार 650 रुपए का चेक बाउंस होने पर मामला दर्ज कराया था। तब से यह प्रकरण चल रहा था। वर्ष 2017 में पुलिस ने चारेल के खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया था। चारेल पहले भी टोल नाका पर मारपीट सहित कर्ई अन्य मामलों मेंं विवादित रहे है। वर्तमान में सैलाना कृषि उपज मंडी समिति के अध्यक्ष है। जावरा पुलिस की कार्रवाई को लेकर जब विधायक चारेल से संपर्क साधा गया तो उनका फ ोन बंद मिला।
पुलिस चाहती तो डॉ. विजय चारेल को पहले भी पकड़ सकती थी, लेकिन चाह कर भी वह उन्हे गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, इसके पीछे कारण पत्नी का विधायक होना व प्रदेश में उन्हीं की सरकार होने से पुलिस पर दवाब होना बताया जा रहा है, लेकिन आचार संहिता लगते साथ ही पुलिस घर जाकर गिरफ्तार कर लाई। हालाकि इस मामले में जावरा शहर थाना पुलिस का कहना है कि इसके पहले उन्हे वह नहीं मिल रहे थे। इस कारण से पूर्व में गिरफ्तारी नहीं हो सकी थी।
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष चन्द्र प्रकाश ओसतवाल और सैलाना विधायक संगीता चारेल के पति तथा सैलाना मंडी अध्यक्ष विजय चारेल के बीच करीब 1988 से लेन देन का प्रकरण चल रहा था। करीब ६ लाख ६७ हजार रुपए का चेक अनादरण होने पर ओस्तवाल ने न्यायालय में मुकदमा दर्ज कराया था। इसके बाद कई वारंट चारेल के नाम निकले लेकि न चारेल ने पद व पार्टी का जोर दिखाते हुए कोर्ट में हाजरी नहीं लगाई थी। इस पर न्यायालय ने २०१७ में उन्हे फरार घोषित करते हुए उनका स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया। तब से पुलिस उनकी तलाश में थी।
आरोपी चारेल को जावरा लाने के बाद शहर पुलिस ने न्यायाधीश पूष्पेन्द्रसिंह उईके की कोर्ट में पेश किया। जहां पहले तो न्यायाधीश ने गुरुवार को उनकी फाईल लेने से मना कर दिया और कहा कि कल इनकी फाईल रिकार्ड रुम से बुलाऐंगें और कल इस प्रकरण में सुनवाई होगी। इस पर आरोपी चारेल के वकील पिकेंश मेहरा, संतोष मेढ़तवाल की रिक्वेस्ट और फरियादी के साथ राजीनामे की बात के बाद न्यायाधीश ने गुरुवार को ही इस मामले में राजीनामा पेश करने की बात पर सहमति दी।
शहर थाना प्रभारी श्यामचन्द्र शर्मा ने बताया कि स्थायी वांरटी घोषित होने के बाद से पुलिस दो बार उनके गिरफ्तार करने जा चुकी है, लेकिन दोनों बार चारेल नहीं मिले थे। आचार संहिता लगने के बाद सख्ती के चलते सभी स्थायी वारंटीयों को पकडऩे के लिए दबाव के चलते पुलिस पिछले तीन दिन से चारेल के घर और कार्यालय के आस-पास रैकी कर रही थी। गुरुवार को सुबह घर पर होने की सूचना मिली तो थाना प्रभारी टीम सहित सैलाना पहुंचे और चारेल को गिरफ्तार कर लिया।