चुनाव में इस बार 133 मतदान केंद्र और बनाए गए है। इसके साथ ही चुनाव के पूर्व फिर से डोर टू डोर सर्वे कर मतदाताओं की जानकारी जुटाई जाएगी। चुनाव के पूर्व जिला व पुलिस प्रशासन मतदाताओं को प्रेरित करने के साथ ही मतदान केंद्रों पर बेहतर व्यवस्था एमतदान का प्रतिशत बढ़ाने एनिर्भीक वातावरण में निष्पक्ष चुनाव कराने एकानून व्यवस्था सहित सुरक्षित माहौल देने की तैयारियों में लगे हिने की बात कही है।
31 अगस्त तक जुड़वा सकेंगे नाम
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चौहान ने बताया कि चुनाव आयोग के निर्देशानुसार अपंजीकृत पात्र व्यक्तियों को निर्वाचक नामावली में अपना नाम जुड़वाने का एक और अवसर प्रदान किया गया है। जिसमें 31 अगस्त तक मतदाता सूची में नाम जुड़वाया जा सकता है। इसके बाद दावे आपत्ति प्राप्त कर उनका निराकरण किया जाएगा और निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।
1267 मतदान केंद्र रहेंगे
निर्वाचन की विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए 17 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। कम्युनिकेशन प्लान के साथ ही अवेयरनेस ग्रुप भी क्रिएट किए जा रहे हैं।बजिले में कुल 1267 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 133 मतदान केंद्र बढ़े हैं। एक मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं रहेंगे।
निर्वाचन की विभिन्न गतिविधियों के संचालन के लिए 17 नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। कम्युनिकेशन प्लान के साथ ही अवेयरनेस ग्रुप भी क्रिएट किए जा रहे हैं।बजिले में कुल 1267 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 133 मतदान केंद्र बढ़े हैं। एक मतदान केंद्र पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं रहेंगे।
मतदाता सूची फिर हुई अपडेट
मतदाता सूची में फर्जी नाम शामिल होने के आरोपों के बाद प्रशासन ने कुछ जगह फिर से सर्वे कराया है। इस दौरान लंबे समय से गैरमौजूदए कहीं और शिफ्ट हो चुके और मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। कलेक्टर के अनुसार जिले से ऐसे 34078 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं वहीं 24379 नए मतदाताओं के नाम भी जोड़े गए हैं।
मतदाता सूची में फर्जी नाम शामिल होने के आरोपों के बाद प्रशासन ने कुछ जगह फिर से सर्वे कराया है। इस दौरान लंबे समय से गैरमौजूदए कहीं और शिफ्ट हो चुके और मृत मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए गए हैं। कलेक्टर के अनुसार जिले से ऐसे 34078 मतदाताओं के नाम हटाए गए हैं वहीं 24379 नए मतदाताओं के नाम भी जोड़े गए हैं।
संवेदनशील केंद्र कम हुए
जिले में संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या में कमी आई है। इस बार 299 मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया है ।पिछली बार इनकी संख्या 329 थी। मतदान केंद्रों इस बार प्रसूता महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था भी की जा रही है। शहरी क्षेत्र में भी मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
जिले में संवेदनशील मतदान केंद्रों की संख्या में कमी आई है। इस बार 299 मतदान केंद्रों को संवेदनशील के रूप में चिन्हित किया गया है ।पिछली बार इनकी संख्या 329 थी। मतदान केंद्रों इस बार प्रसूता महिलाओं के लिए विशेष व्यवस्था भी की जा रही है। शहरी क्षेत्र में भी मतदान का प्रतिशत बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
चुनाव आयोग ने तैयार किया एप
चुनाव आयोग में मतदाताओं के लिए तीन एप्लीकेशन भी शुरू की है। समाधान एसुविधा और सुगम नाम की इन तीन एप्लीकेशन मे मतदाता सीधे ऑनलाइन आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकता हैए वही रैली.सभा के लिए भी ऑनलाइन अनुमति ली जा सकती है। एसपी ने बताया कि जिले में क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर 1.4 का अतिरिक्त बल लगाया जाएगा। चुनाव के लिए 2 हजार का अतिरिक्त बलए तीन कंपनियां और 500 होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे।
चुनाव आयोग में मतदाताओं के लिए तीन एप्लीकेशन भी शुरू की है। समाधान एसुविधा और सुगम नाम की इन तीन एप्लीकेशन मे मतदाता सीधे ऑनलाइन आचार संहिता उल्लंघन की शिकायत कर सकता हैए वही रैली.सभा के लिए भी ऑनलाइन अनुमति ली जा सकती है। एसपी ने बताया कि जिले में क्रिटिकल मतदान केंद्रों पर 1.4 का अतिरिक्त बल लगाया जाएगा। चुनाव के लिए 2 हजार का अतिरिक्त बलए तीन कंपनियां और 500 होमगार्ड के जवान तैनात रहेंगे।
बॉर्डर पर होगी नाकाबंदी
एसपी के अनुसार जिले में दूसरे राज्य से जुड़े 15 स्थानों पर बार्डर की नाकाबंदी की जाएगी। पड़ोसी जिलों से जुड़े 26 स्थानों पर भी नाकेबंदी की जाएगी। इन सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जाएगी ताकि अवांछित लोग चुनाव के दौरान जिले में प्रवेश ना कर सके। प्रशासन इस बार पूर्ववर्ती निर्वाचनों की मतदान प्रतिशतता में दस प्रतिशत तक की वृद्धि करवाना चाहता है।
एसपी के अनुसार जिले में दूसरे राज्य से जुड़े 15 स्थानों पर बार्डर की नाकाबंदी की जाएगी। पड़ोसी जिलों से जुड़े 26 स्थानों पर भी नाकेबंदी की जाएगी। इन सभी स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे से भी नजर रखी जाएगी ताकि अवांछित लोग चुनाव के दौरान जिले में प्रवेश ना कर सके। प्रशासन इस बार पूर्ववर्ती निर्वाचनों की मतदान प्रतिशतता में दस प्रतिशत तक की वृद्धि करवाना चाहता है।