जिले में परिसीमन के पूर्व 418 ग्राम पंचायतें थी। परिसीमन की प्रक्रिया के बाद जब 41 नई पंचायतों के गठन पर मुहर लग गई है, तो अब इनकी संख्या 418 से बढ़कर 459 हो जाएगी। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के निर्देश पर जिला पंचायत में होने वाले चुनाव के पहले परिसीमन की यह कवायद अब पूरी हो चुकी है। एेसे में अब निर्वाचन क्षेत्र के प्रारंभिक प्रकाशन पर दावे आपत्ति व सुझाव के लिए 31 अगस्त तक का समय दिया गया है। यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद जिले में जिला, जनपद व ग्राम पंचायतों के चुनाव संपन्न होंगे।
तीन जनपदों में बदलाव
ग्राम पंचायतों के गठन को लेकर बुलाए गए दावे-आपत्ति के दौरान रतलाम, जावरा व आलोट में किसी प्रकार का संख्या में फेरबदल नहीं किया गया है। जबकि पिपलौदा, सैलाना व बाजना में तय पंचायतों की संख्या कम-ज्यादा की गई है। जबकि परिसीमन को लेकर सबसे ज्यादा आपत्ति जावरा में आई थी। यह छह नई पंचायतों के गठन को लेकर 32 लोगों ने आपत्ति ली थी। इसके बाद बाजना में 4 नई पंचायतों का गठन होना था, जिसे लेकर 22 लोगों ने आपत्ति ली थी। वहीं पिपलोदा में दो नई पंचायतों के गठन के पूर्व 20 ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
ग्राम पंचायतों के गठन को लेकर बुलाए गए दावे-आपत्ति के दौरान रतलाम, जावरा व आलोट में किसी प्रकार का संख्या में फेरबदल नहीं किया गया है। जबकि पिपलौदा, सैलाना व बाजना में तय पंचायतों की संख्या कम-ज्यादा की गई है। जबकि परिसीमन को लेकर सबसे ज्यादा आपत्ति जावरा में आई थी। यह छह नई पंचायतों के गठन को लेकर 32 लोगों ने आपत्ति ली थी। इसके बाद बाजना में 4 नई पंचायतों का गठन होना था, जिसे लेकर 22 लोगों ने आपत्ति ली थी। वहीं पिपलोदा में दो नई पंचायतों के गठन के पूर्व 20 ने आपत्ति दर्ज कराई थी।
जनसंख्या को बनाया आधार
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने त्रिस्तरीय पंचायतों के परिसीमन को लेकर जो आदेश जारी किए थे, उनके मुताबिक वर्ष 2011 की जनसंख्या के आधार पर पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के अनुसार भौगोलिक दृष्टि से स्वतंत्र ऐसे राजस्व ग्राम जिनकी जनसंख्या 1 हजार के आस-पास है, उनका नवीन ग्राम पंचायत के रूप में परिसीमन किया जाना था। उसके संबंध में जिला पंचायत रतलाम ने भी जनपद पंचायतों से नई पंचायतों के गठन के लिए प्रस्ताव बुलाए गए है।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने त्रिस्तरीय पंचायतों के परिसीमन को लेकर जो आदेश जारी किए थे, उनके मुताबिक वर्ष 2011 की जनसंख्या के आधार पर पंचायत राज एवं ग्राम स्वराज अधिनियम 1993 के अनुसार भौगोलिक दृष्टि से स्वतंत्र ऐसे राजस्व ग्राम जिनकी जनसंख्या 1 हजार के आस-पास है, उनका नवीन ग्राम पंचायत के रूप में परिसीमन किया जाना था। उसके संबंध में जिला पंचायत रतलाम ने भी जनपद पंचायतों से नई पंचायतों के गठन के लिए प्रस्ताव बुलाए गए है।
किस जनपद में कौन सी नई पंचायत
1. जनपद पंचायत रतलाम- घटवास, रिंगनिया, बेरछा, मथूरी, रेन, खारी, छत्री, ताजपूरिया, चितावद, सुराना, घोड़ाखेड़ा, छायन, बावड़ीखेड़ा, सांवरियारुंडी, धबाईपाड़ा
2. जनपद पंचायत सैलाना- आयकाखेड़ा, सोकड़, खेनी, खेरखूंटा, घोड़ापल्ला, हरसोला, परनाला
3. जनपद पंचायत जावरा- बोरवाना, वीरपूरा, खोखरा, अरनियापीथा, कुमारी देवास, पिपलोदी
4. जनपद पंचायत आलोट – कसारी हरोड़, आबुपुरा, नापाखेड़ा, इसामपुर, बापचा
5. जनपद पंचायत बाजना- महुड़ी का माल, गंगायता पाड़ा, छायन, सेमलखेड़ी, खीरपूर
6. जनपद पंचायत पिपलोदा- अरनियागुजर, राणेशगंज, बड़ीनाल
1. जनपद पंचायत रतलाम- घटवास, रिंगनिया, बेरछा, मथूरी, रेन, खारी, छत्री, ताजपूरिया, चितावद, सुराना, घोड़ाखेड़ा, छायन, बावड़ीखेड़ा, सांवरियारुंडी, धबाईपाड़ा
2. जनपद पंचायत सैलाना- आयकाखेड़ा, सोकड़, खेनी, खेरखूंटा, घोड़ापल्ला, हरसोला, परनाला
3. जनपद पंचायत जावरा- बोरवाना, वीरपूरा, खोखरा, अरनियापीथा, कुमारी देवास, पिपलोदी
4. जनपद पंचायत आलोट – कसारी हरोड़, आबुपुरा, नापाखेड़ा, इसामपुर, बापचा
5. जनपद पंचायत बाजना- महुड़ी का माल, गंगायता पाड़ा, छायन, सेमलखेड़ी, खीरपूर
6. जनपद पंचायत पिपलोदा- अरनियागुजर, राणेशगंज, बड़ीनाल
जनपद पंचायत – वर्तमान में ग्राम पंचायत – नए गठन के लिए था प्रस्ताव
रतलाम – 96 – 15
जावरा – 68 – 06
आलोट – 90 – 05
पिपलौदा – 52 – 02
सैलाना – 47 – 08
बाजना – 65 – 04
कुल – 418 – 40
रतलाम – 96 – 15
जावरा – 68 – 06
आलोट – 90 – 05
पिपलौदा – 52 – 02
सैलाना – 47 – 08
बाजना – 65 – 04
कुल – 418 – 40
जनपद पंचायत – वर्तमान में ग्राम पंचायत – नए गठन के बाद
रतलाम – 96 – 15
जावरा – 68 – 06
आलोट – 90 – 05
पिपलौदा – 52 – 03
सैलाना – 47 – 07
बाजना – 65 – 05
कुल – 418 – 41