बता दे कि रेल मंडल के अधिन आने वाले रेलवे स्टेशनों में 28 नवंबर व मंडल के चंदेरिया व चित्तौढग़ढ सेक्शन में काम करने वाले कर्मचारियों के क्षेत्र में 7 दिसंबर को मतदान होना है। निर्वाचन विभाग कहता है कि सबसे मतदान कराए जाने के लिए कार्य किया जाए। इतना ही नहीं, इसके लिए एक-एक विभाग कमर कसा हुआ है, लेकिन रेल मंडल में इस बारे में अब तक कोई विचार ही नहीं हुआ है।
एेसे समझे इसको मंडल मुख्यालय से कोई टीटीई 27 नवंबर को साबरमती ट्रेन में ड्यूटी पर गए तो वे 29 नवंबर को आएंगे। या फिर 27 नवंबर को स्वर्णमंदिर एक्सपे्रस से कोटा में 27 नवंबर को जो टीटीई ड्यूटी पर जाएंगे, वे 28 नवंबर की शाम को 6.50 बजे वापस आएंगे। एेसे में इन कर्मचारियों को मतदान करने को चाहते हुए भी नहीं मिलेगा। इतना ही नहीं, वे ट्रैकमैन या गैंगमैन जो दूर के क्षेत्र में रेलपथ पर कार्य के लिए है, वे भी मतदान में भाग नहीं ले पाएंगे। इसके लिए अब तक योजना नहीं बनी है।
रेल संगठन चाहते डाकमत पत्र मिले इस मामले में वेस्टर्न रेलवे एम्प्लाईज यूनियन, मजदूर संघ, पश्चिम रेलवे कर्मचारी परिषद, ओबीसी संगठन, एससीएसटी संगठन के साथ-साथ रेलवे मैन्स रिटायर्ड संगठन के सदस्यों से बात की तो सभी ने एक स्वर में कहा कि मतदान के लिए रेल में ड्यूटी करने वाले कर्मचारी को एक या दो दिन पूर्व डाकमत पत्र मिलना चाहिए।
कहां से कोन नहीं कर पाएगा
टीटीई– 350 कर्मचारी गार्ड्स– 400 कर्मचारी
इंजन चालक– 400 कर्मचारी सहायक चालक– 350 कर्मचारी
इनके अलावा टीआरडी, गैंगमैन, ट्रैकमैन, रेलपथ निरीक्षक, रोड साइड स्टेशन मास्टर, आरपीएफ आदि।
टीटीई– 350 कर्मचारी गार्ड्स– 400 कर्मचारी
इंजन चालक– 400 कर्मचारी सहायक चालक– 350 कर्मचारी
इनके अलावा टीआरडी, गैंगमैन, ट्रैकमैन, रेलपथ निरीक्षक, रोड साइड स्टेशन मास्टर, आरपीएफ आदि।
हम मांग कर रहे है ये गंभीर मामला है। इस मामले में हम मांग कर रहे है कि रेल कर्मचारी को जो ड्यूटी पर हो, उनको डाकमत पत्र दिए जाए। इससे वे भी मतदान में भाग ले सकेगे।
– एसबी श्रीवास्तव, मंडल मंत्री रेलवे एम्प्लाईज यूनियन