रतलाम शहर सहित पांचों विधानसभा में कुल 40 प्रत्याशियों का भाग्य ईवीएम में कैद होगा। जिले में इस बार कुल 9 लाख 79 हजार 640 मतदाता निर्वाचन आयोग के रिकॉर्ड में दर्ज है। प्रशासन लगातार यह प्रयास कर रहा था कि मतदान का प्रतिशत कैसे भी करके बडे़। उसके लिए स्वीप गतिविधियों के तहत कई प्रकार के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए थे। इन सब प्रयासों का मतदान पर कितना असर पड़ेगा। ये भी शाम को 5 बजे बाद पता चल जाएगा। रतलाम के साथ ही रतलाम ग्रामीण, सैलाना, जावरा व आलोट विधानसभा में भी मतदान को लेकर आमजन में उत्साह नजर आ रहा है।
चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा
मतदान के दौरान कहीं पर किसी प्रकार से कोई गड़बड़ी न फैला सके उसके लिए मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। हर केंद्र पर तीन से चार सुरक्षाकर्मी तैनात है। इनमें हथियारबंद सुरक्षाकर्मी भी है। एेसे में यदि कहीं कोई विवाद की स्थिति बनती है, तो ये लोग अपने स्तर पर निपट लेंगे और जरुरत पड़ी तो चंद मिनटों में फोर्स मौके पर उनकी मदद के लिए पहुंच जाएगा। मतदान को लेकर सुबह प्रक्रिया शुरू होने के पूर्व से ही कलेक्टर-एसपी सहित अन्य अधिकारी भी अलर्ट नजर आए। मतदान की प्रक्रिया शुरू होने के पहले ही प्रत्याशी के साथ पार्टी के एजेंट भी मैदान में उतर गए है। मतदान केंद्र से 200 मीटर की दूरी पर पोलिंग एजेंट भी अपनी टेबल-कुर्सी लगाकर बैठ गए है।
हर घंटे मिलेगी अपडेट
मतदान की प्रक्रिया शुरू होते साथ ही अधिकारी भी अलर्ट हो गए। दरअसल इस बार विशेष तौर पर निर्देश है कि हर घंटे मतदान की जानकारी उपलब्ध कराना होगी। बीते विधानसभा चुनाव तक ये प्रक्रिया दो घंटे में एक बार होती थी, लेकिन इस बार हर घंटे मतदान का प्रतिशत पता करने के लिए नई व्यवस्था लागू की गई है, जिसके चलते किस विधानसभा में और किस क्षेत्र में कितना मतदान हुआ है, इसकी जानकारी भी हर घंटे में आमजन को भी मिल सकेगी।