बिल जमा होने के बावजूद बिजली कंपनी ने उपभोक्ता को भेजा नोटिस
बिल जमा होने के बावजूद बिजली कंपनी ने उपभोक्ता को भेजा नोटिस

रतलाम। मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के अन्तर्गत आने वाले जावरा सबडिवीजन में बिजली बील घोटाला उजागर होने के बाद बिजली कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों पर एफआईआर दर्ज होने तथा कुछ के निलंबित होने के बाद भी बिजली कंपनी की मनमानी अब भी जारी है। शहर के कई ऐसे उपभोक्ता है, जिन्होने अपने बिजली बिल जमा कर रखे है, इसके बाद भी बिजली कंपनी ग्राहकोंं को राशि जमा करवाने के लिए नोटिस जारी करते हुए बिजली कलेक्शन काटने की धमकी दे रही है। जबकि बिजली कंपनी के साफ्टवेयर से निकाले गए स्टेटमेंट में भी ग्राहकों की राशि जमा है, इसके बाद भी समस्या बनी हुई है, जिसके निराकरण के लिए सोमवार को उपभोक्ताओं ने एसडीएम राहुल नामदेव से चर्चा कर मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया हर माह विद्युत कंपनी से प्राप्त बिलों का समय पर भुगतान किया जा रहा है, लेकिन उपभोक्ताओं को बिजली कंपनी द्वारा एक नोटिस जारी बिल बकाया एवं न भरने पर विद्युत कनेक्शन विच्छेद करने की बात कही। जबकि कंपनी को चुकाई गई राशि के दस्तावेज उपभोक्ताओं द्वारा अधिकारियों को दिखाने के बावजूद भी अभद्र व्यवहार कर धमका कर हमें डिफाल्टर की श्रेणी में रखना चाहते है। साथ ही बताया कि बिजली कंपनी मनमानी रीडिंग अनुसार अधिक बिल देती है ओर फिर गलती स्वीकार कर ठीक करती है लेकिन अब कंपनी अधिकारी मनमाने रवैये पर कायम है।
उपभोक्ताओं ने कहा कि कंपनी द्वारा इतना समय बीतने के बाद अब एक-दो माह का बकाया बिल कैसे नोटिस मेें बता रहे है, जबकि हर माह बिलों में बकाया का उल्लेख नही है। अधिकारियों-कर्मचारियों की आपसी खींचतान के विभागीय तौर पर तकनीकि गलतियां करते उपभोक्ताओं को शिकार बना रहे है। बाबुलाल कलावती, लवेश चावला, महेश राठौर, धर्मेन्द्र राजपुत, अंतिम कोठारी, राकेश टुकडिय़ा आदि ने एसडीएम से न्याय दिलाने की मांग की।
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