इस माह विक्रम विश्वविद्यालय की परीक्षाएं चल रही है। इसी दौरान पटवारी परीक्षा और फिर एमपी पुलिस का फिजिकल वेरिफिकेशन की तारीख भी आ गई है। ऐसे में कॉलेजों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के सामने संकट यह है कि वे पटवारी की परीक्षा दें या कॉलेज की परीक्षा।
एमए के विद्यार्थी प्रकाश प्रजापति बताते हैं कि उन्होंने पटवारी परीक्षा के लिए भी आवेदन किया है। तब यह पता नहीं था कि पटवारी परीक्षा और कॉलेज की परीक्षाएं एक साथ होंगी। मैं यह तय नहीं कर पा रहा हूं कि पटवारी की परीक्षा के साथ कॉलेज की परीक्षा कैसे दे सकूंगा। दोनों में से एक परीक्षा छोडऩा पड़ेगी। 9 दिसंबर की सुबह नौ से 11 बजे तक पटवारी की परीक्षा है। इसके ठीक पहले यानि सुबह सात से 10 बजे तक एमए की परीक्षा शुरू हो जाएगी। कॉलेज की परीक्षा छोड़ता हूं तो एटीकेटी आएगी और पटवारी परीक्षा छोड़ें तो फिर कब इसकी वैकेंसी निकले यह तय नहीं है।
एक अन्य विद्यार्थी रविकुमार के अनुसार उन्होंने एमपी पुलिस के लिए आवेदन किया था। एमपी पुलिस के लिए परीक्षा दे चुका हूं और अब 19 दिसंबर को उज्जैन में सुबह छह बजे से फिजिकल वेरिफिकेशन होना है। इस दिन बीए का भी प्रश्नपत्र है। यह केवल रवि कुमार के साथ ही नहीं हो रहा है वरन दर्जनों विद्यार्थियों के साथ हो रहा है। विद्यार्थियों के सामने संकट यह है कि कुछ ने कॉलेज की पढ़ाई के साथ ही पटवारी और एमपी पुलिस की वैकेंसी के फार्म जमा करके परीक्षा की तैयारी की थी। ऐसा करने वाले सैंकड़ों विद्यार्थियों के सामने यह संकट खड़ा हुआ है।