सुबह लघु उद्योग भारती संगठन के 19 उद्योग संचालक संगठन अध्यक्ष चंद्रप्रकाश अवतानी, सचिव दिनेश कुमार जैन के नेतृत्व में कंपनी के एसी बीएल चौहान के कार्यालय पहुंचे। यहां जाते ही उद्योगपति नाराज हो गए। इनका कहना था कि बार-बार एक ही मामले में शिकायत लेकर आने का क्या मतलब है। एक बार में समस्या का स्थायी हल क्यों नहीं होता। जब बिल पूरा भर रहे है तो अघोषित कटोती क्यों हो रही है। अधिकारी ने समझाने के लिए मुह खोला ही था कि उद्योगपतियों ने एक स्वर में कह दिया कि अब कोई नया आश्वासन नहीं चाहिए।
इस माह ही सबसे अधिक उद्योगपतियों ने बताया कि जावरा रोड क्षेत्र में संचालित उद्योग क्षेत्र में एक ही दिन में तीन से चार बार अघोषित कटोती हो रही है। इससे उद्योगों को भारी नुकसान हो रहा है। कभी रखरखाव के नाम पर तो कभी नई लाइन डालने के नाम पर कटोती हो रही है। इसका खामियाजा उद्योग क्यों उठाए। उद्योगपतियों ने बिजली कंपनी के अधिकारी चौहान को साफ कहा कि या तो अघोषित कटोती बंद हो या या वे होने वाले नुकसान की भरवाई करें।
इन मुद्दों पर बनी सहमती बाद में उद्योगपतियों ने मांग की कि उनके लिए एक एेसा फोन या मोबाइल नंबर लिया जाए, जिसको लगाने पर कोई उठाकर सही से जवाब दे। इसके अलावा इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र में दो अतिरिक्त कर्मचारियों की नियुक्ति हो, जो सिर्फ औद्योगिक इकाई की बिजली की समस्या का समाधान करें। इस मामले में बिजली कंपनी के अधिकारी चौहान ने प्रतिनिधिमंडल को भरोसा दिया कि एक पखवाडे़ में नई ग्रिड बनाने का कार्य पूरा हो जाएगा। इसके बाद समस्या नहीं आएगी। इस अवसर पर मंगल अग्रवाल, शैलेंद्र सुरेखा, गोविंद मालपानी, कुश आवतानी, राहुल माहेश्वरी, रघुवीर कंचन, आशीष जैन, प्रवीण भास्कर, कीर्तिकुमार जैन, दीप जैन, विजय धनोतिया, प्रकाश पंथ, पूनमचंद व विवेक कुमार आदि उपस्थित थे।