10 किसानों के रिकार्ड की जांच व्यापारियों की माने तो पिछले साल की तुलना में इस साल मंडी में अधिक लहसुन पहुंची है, जो अब तक चल रही है। योजना समाप्ति के दौरान गड़बड़ी की आशंका को लेकर प्रदेश सहित रतलाम के व्यापारियों के भी गोडाउन और खरीदी गई उपज लहसुन-प्याज का स्टॉक और रिकार्ड की जांच मंडी पहुंचकर प्रशासनिक अधिकारियों दो दिन तक कर रिपोर्ट जिला प्रशासन को सुपुर्द की। इस दौरान व्यापारियों में खलबली मची रही। बाद में भोपाल से आए निर्देशानुसार सर्वाधिक उपज बेचने वाले 10 किसानों के रिकार्ड की जांच करने के निर्देश जिला स्तर पर पहुंची। टीम गठित कर जांच शुरू की गई। जिसमें से 6 किसानों की रिकार्ड सही पाए जाने पर उन्हे उपज की राशि का भुगतान कर दिया गया। जबकि चार किसान की राशि अब भी रूकी है।
मंडी में नई लहसुन शुरू पुरानी अब तक आ रही
रतलाम मंडी में एक पूर्व जो पुरानी लहसुन मंडी में आ कम हो जाती है वह अब तक आ रही है। साथ ही नई लहसुन की भी शुरुआत हो चुकी है। व्यापारियों का कहना है कि पिछले साल की तुलना में इस साल डबल लहसुन की आवक मंडी में हुई है। अब जो लहसुन पुरानी (1765 कट्टे) आवक रही है, जो 100 रुपए 2450 रुपए क्विंटल तक गई। इसी प्रकार नई लहसुन 39 कट्टे आए जो 1008-4547 रुपए प्रति क्विंटल के भाव बिकी। प्याज के भाव50 से 561 रुपए प्रति क्विंटल रहे, जिनकी आवक 3357 कट्टे रही।
जांच चल रही है
जांच में मंदसौर से जो रिपार्ट आनी थी, वह नहीं आई है, दो किसानों की जांच की जा रही है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर दो किसानों की राशि रोकी गई है।
एसएस तोमर, उपसंचालक उद्यानिकी, रतलाम