script150 रुपए वसूलने के बाद भी नगर निगम दे रहा अशुद्ध पानी | Municipal corporation giving impure water after recovering Rs 150 | Patrika News

150 रुपए वसूलने के बाद भी नगर निगम दे रहा अशुद्ध पानी

locationरतलामPublished: Mar 13, 2018 01:12:29 pm

Submitted by:

harinath dwivedi

– पेयजल पाइप लाइन व सीवर लाइन का साथ होना परेशानी

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रतलाम। शुद्ध पेयजल के लिए शहर में निकाय और प्रशासन हर वर्ष मोटी राशि खर्च करते हैं, फिर भी ४५ मिनट के सप्लाई के दौरान शुरूआती दस मिनट तक पेयजल अशुद्ध व मटमैला आ रहा है। निगम फिल्टर प्लांट पर पानी शुद्धीकरण का दावा कर रहा है लेकिन सीवर और पेयजल पाइन लाइन का साथ होना परेशानी बना है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को हर माह ९० सैंपल भी नहीं भेजने वाले निगम के पानी में सीवर के तत्व मिल रहे है। गर्मियों में भू-जल स्तर कम होने पर पानी मेें अशुद्धी का खतरा बढ़ गया है।
शहर में पौने तीख लाख लोगों के कंठ तर करने वाले पेयजल बंदोबस्त शुद्धता के मापदंड पर खरे नहीं उतर रहे। धोलावाड़ जलाशय से आने वाला पानी मोरवानी फिल्टर प्लांट पर शुद्ध किए जाने का दावा किया जा रहा हैं। इसके बाद यह पानी सीवरेज के बीच डाली गई पाइप लाइनों से होकर घरों में जा रहा है। जिससे मटमैले व अशुद्ध पानी की शिकायतें आती है। बीते दो माह से कई कॉलोनियो में ४५ मिनट के सप्लाई के दौरान मटमैला व अशुद्ध पानी नलों में आया है। इस अवधि में नगर निगम को शहर से हर माह औसत ९० सैंपल एकत्रित कर जांच के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (पीएचई) को भेजना था, लेकिन इसमें भी निगम अपनी जिम्मेदारी ठीक से नहीं निभा पा रहा है। जनवरी से मार्च के शुरूआती सप्ताह के बीच प्रत्येक माह ४० से ४५ सैंपल ही भेजे है।
गर्मी से पहले सभी क्षेत्रों में जांच की तैयारी नहीं
नगर निगम ने गर्मी की शुरूआत से पहले सभी कॉलोनियों में पानी के सैंपल की जांच नहीं कराई है और ना ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग जागा है। जबकि बीते वर्ष गर्मी के दौरान ही प्रशासन ने नगर निगम को हर कॉलोनी से सैंपल जुटाने एवं पीएचई से जांच की व्यवस्था भी बनाई थी। पटरी पार क्षेत्र में ही ३० से ज्यादा कॉलोनियों में पेयजल परिवहन व नलों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है, जहां मटमैला पानी आने की सबसे ज्यादा शिकायतें है। इन हिस्सो के पानी की जांच की भी कोई ठोस व्यवस्था नहीं है।
इन कॉलोनियों में अशुद्ध पानी
शहर प्रताप नगर, मोचीपुरा, गौशाला रोड, हाट रोड, बाजना स्टैंड, न्यूरोड, नौलाइपुरा सहित कई कॉलोनियों में पेयजल लाइन कच्ची नालियों के बीच से गुजर रही है। जिससे मटमैला पानी आता है। सैलाना रोड से लगी कॉलोनियों महेश नगर, रेल नगर, अंबिका नगर, प्रकाश नगर, गणेश नगर, विनोबा नगर, दिनदयाल नगर, मोहन नगर, सुभाष नगर, राजेन्द्र नगर सहित आधा दर्जन अन्य क्षेत्रों में अशुद्ध पानी की शिकायत सामने आती है।
फिलहाल यह है जांच की स्थिति
– नगर निगम को हर दिन ३ सैंपल अलग अलग क्षेत्रों से लेकर जांच कराना है।
– जनवरी से मार्च के पहले सप्ताह तक महज ६० सैंपल ही जांच में लिए गए।
– २३ सैंपलों की जांच में पानी मेें सीवर के तत्व मिले, १९ में पीएच वैल्यू कम।
– १५ फीसदी सैंपलों की जांच के बाद निगम को क्लोरीनेशन के लिए कहा गया।
लगातार निर्देश दे रहे
पेयजल वितरण व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार निर्देश दे रहे है। अशुद्ध पानी की शिकायत पर तत्काल निराकरण के लिए भी कहा है। सैंपल के संबंध में जानकारी लेंगे।
– प्रेम उपाध्याय, प्रभारी जलकार्य समिति नगर निगम रतलाम
गर्मियों में आती है दिक्कत
वार्ड में गर्मियों के दौरान मटमैला पानी आने की समस्या सामने आती है। बीते वर्ष भी कई बार रहवासी नगर निगम पहुंचे थे, फिलहाल वार्ड के कुछ क्षेत्रों में नियमित पेयजल ही नहीं मिल रहा है। इस संबंध में निगम को भी बताया गया है।
– जाकीर रावटीवाला, पार्षद वार्ड क्रमांक ४४
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