निर्माण अनुमति के अनुसार नहीं
एमओएस के नोटिस देने के बाद कुछ मकान और दुकान मालिकों ने अपने भवन निर्माण की अनुमति गुरुवार को पटवारी और निगम अधिकारियों के सामने प्रस्तुत भी की। इसमें ज्यादातर का निर्माण भवन निर्माण की अनुमति से हटकर पाया गया। बुरहानी अस्पताल की निर्माण अनुमति और रजिस्ट्री का निरीक्षण निगम के उपयंत्री सुहास पंडित और पटवारी वीरेंद्र प्रताप सिंह ने मौके पर किया। इसमें सड़क की सेंटर लाइन से १५ मीटर छोड़कर निर्माण की बात कही गई। वर्तमान में यह २५ मीटर अस्पताल के अंदर तक पहुंच रहा है। इसलिए अस्पताल के अंदर ५२ फीट पर दोबारा लाल निशान लगा दिए गए।
जैन स्कूल के दोनों गेट टूटेंग
बाजना बस स्टैंड सिटी फोरलेन के दायरे में जैन स्कूल के दोनों गेट आ रहे हैं। सिटी फोरलेन के लिए वर्तमान सड़क की सेंटर लाइन से ५२-५२ फीट दोनों तरफ का हिस्सा लिया जाना है। इससे जैन स्कूल की बाउंड्रीवाल तो आएगी ही साथ ही इसके दोनों गेट और अंदर बने कुछ अन्य निर्माण भी दायरे में होने से तोडऩा पड़ेंगे। स्कूल के सामने की साइड में रहने वाले और एमओएस का नोटिस पाने वालों में से कुछ लोगों ने भी उनकी तरफ ज्यादा निर्माण तोड़े जाने को लेकर आपत्ति दर्ज कराई तो सड़क की सेंटर लाइन से दोबारा ५२-५२ फीट तक की नपती करके उनकी आपत्ति का निराकरण कर दिया गया।
सेंटर लाइन खिसका दी
कुछ लोगों इस तरह की आपत्ति भी दर्ज कराई कि सड़क की सेंटर लाइन को एक तरफ ज्यादा खिसका दिया जिससे उनकी तरफ का हिस्सा ज्यादा टूट रहा है। उनका कहना था कि २०१२ में सड़क निर्माण के दौरान सेंटर लाइन का ध्यान नहीं रखा गया। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने जैन स्कूल की तरफ की बाउंड्रीवाल को बचाने के लिए इसे दूसरी तरफ खिशका दिया और सड़़क का निर्माण कर दिया। तब किसी ने ध्यान नहीं दिया और न ही यह पता था कि यहां सिटी फोरलेन निकलने से समस्या खड़ी हो जाएगी। अधिकारियों ने इस सड़क के पटवारी नक्शे से मिलान किया तो इसमें कोई गड़़बड़ी नहीं मिली।