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नगर निगम का दोहरा रवैया, नियमित राशि जमा करने वालों को नहीं मिलती है कोई छूट

locationरतलामPublished: Apr 20, 2019 05:38:01 pm

Submitted by:

Yggyadutt Parale

नगर निगम का दोहरा रवैया, नियमित राशि जमा करने वालों को नहीं मिलती है कोई छूट

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नगर निगम का दोहरा रवैया, नियमित राशि जमा करने वालों को नहीं मिलती है कोई छूट

नगर निगम का दोहरा रवैया, जलकर की कई सालों से राशि जमा नहीं करने वालों को देते हैं मार्च माह में अधिभार में छूट

रतलाम।
नगर निगम में नियमित रूप से या एकमुश्त जलकर की राशि जमा करवाने वालों के लिए छूट की व्यवस्था नहीं है जबकि डिफाल्टर के रूप में पहचान बनाकर कई सालों तक राशि जमा नहीं करने वालों के प्रति निगम ने साफ्ट कार्नर अपनाया हुआ है। जी हां ऐसा ही कुछ रतलाम नगर निगम में हो रहा है क्योंकि नियमित रूप से या एकमुश्त राशि जमा करने वालों को निगम की तरफ से किसी भी तरह की कोई छूट नहीं मिल रही है और डिफाल्टरों की बकाया राशि पर लगने वाली पैनल्टी पर निगम धड़ल्ले से छूट देकर उन्हें ही प्रोत्साहित कर रही है। नियमित रूप से राशि जमा करने वालों की पीड़ा यह है कि वे इमानदारी से राशि जमा करवा रहे हैं जिससे उन्हें कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। गौरतलब है कि प्रतिमाह की जलकर राशि १५० रुपए निर्धारित है।

शहर में ३६ हजार से ज्यादा उपभोक्ता
शहर में जलकर उपभोक्ताओं की संख्या ३६ हजार से ज्यादा है और इनमें से ५० फीसदी उपभोक्ता हर साल एकमुश्त पूरे साल की राशि जमा हर माह लाइन में लगने से छुटकारा पा लेते हैं। जबकि कुछ फीसदी ऐसे जल उपभोक्ता हैं जो पूरे साल पैसा ही जमा नहीं करते हैं या कुछ सालों तक राशि जमा नहीं करवाकर निगम की डिफाल्टर की सूची में शुमार हो जाते हैं। इन उपभोक्ताओं पर बकाया राशि पर निगम पैनल्टी लगाकर वसूली निकालता है किंतु आखिर में जाकर निगम लोक अदालत में समझौता करके डिफाल्टर उपभोक्ताओं से राशि जमा करवा लेता है। यह राशि निगम को कई सालों बाद मिलती है फिर भी समझौता हो जाता है।

पहले मिलती थी पांच फीसदी की छूट
जलकर की सालभर की राशि एकमुश्त जमा करने पर उपभोक्ताओं को पांच फीसदी की छूट मिलती थी। जलकर की यह राशि उपभोक्ताओं को अप्रैल या मई माह में जमा करवाना होती थी तभी छूट मिलती थी। राजेंद्रनगर निवासी धर्मचंद जैन बताते हैं कि एकमुश्त राशि जमा करवाने का क्या फायदा जब कोई छूट नहीं दे रहे हैं। इसी तरह महालक्ष्मीनगर निवासी प्रवीण अग्रवाल का कहना है कि इमानदार उपभोक्ताओं को निगम से कुछ राहत मिलना चाहिए। जो राशि वित्त वर्ष के अंतिम माह मार्च में जमा होना है वह साल की शुरुआत में ही निगम के खजाने में जमा हो जाती है तो निगम के जिम्मेदारों को इस पर विचार करना चाहिए।

इस साल का पता नहीं
एकमुश्त जलकर की राशि जमा करवाने वालों को छूट देने का प्रस्ताव नगर निगम परिषद में होता है। इस साल आचार संहिता की वजह से संभवत: इस पर निर्णय नहीं हुआ है। वैसे एकमुश्त सालभर की जलकर की राशि जमा करवाने वालों को पांच फीसदी की छूट मिलती रही है। इस साल क्या हुआ है यह पूरी जानकारी समझने के बाद बताया जा सकेगा।

एससी व्यास, कार्यपालन यंत्री जल कार्य विभाग, नगर निगम

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