सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हो या फिर त्योहारों के पहले शांति समिति की बैठक इसमें हर बार सड़क पर घुमने वाले आवारा मवेशियों की धरपकड़ के लिए कलेक्टर द्वारा नगर निगम को निर्देशित किया जाता है लेकिन निगम का अमला अपने हिसाब से काम करता है। निगम की टीम कुछ दिन कार्रवाई करती है और फिर मामला ठंडा पड़ जाता है, जिसके चलते हालात फिर पहले जैसे हो जाते है।
बाजार में हर पल खतरा
शहर के सभी प्रमुख बाजार और मुख्य सड़कों पर दिनभर आवरा मवेशियों का जमघट लगा रहता है, जिनसे हर पल हादसों का खतरा बना रहता है। पूर्व में भी आवारा मवेशियों के हमले में कुछ लोग घायल हो चुके है, तो एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद हालात नहीं बदले है। जब भी कभी कहीं कोई हादसा होता है, तो निगम का अमला धरपकड़ के लिए सड़क पर आ जाता है और कुछ दिन कार्रवाई के बाद फिर से सुस्त हो जाता है।
शहर के सभी प्रमुख बाजार और मुख्य सड़कों पर दिनभर आवरा मवेशियों का जमघट लगा रहता है, जिनसे हर पल हादसों का खतरा बना रहता है। पूर्व में भी आवारा मवेशियों के हमले में कुछ लोग घायल हो चुके है, तो एक शख्स की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद हालात नहीं बदले है। जब भी कभी कहीं कोई हादसा होता है, तो निगम का अमला धरपकड़ के लिए सड़क पर आ जाता है और कुछ दिन कार्रवाई के बाद फिर से सुस्त हो जाता है।
इनका कहना है
तीन सांड पकड़े है
– शहर के चांदनी चौक और ईदगाह रोड से तीन सांड पकडे़ है। अन्य इलाकों से भी मवेशियों व सांड को पकडऩे की कार्रवाई जारी रहेगी।
एपी सिंह, प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक
तीन सांड पकड़े है
– शहर के चांदनी चौक और ईदगाह रोड से तीन सांड पकडे़ है। अन्य इलाकों से भी मवेशियों व सांड को पकडऩे की कार्रवाई जारी रहेगी।
एपी सिंह, प्रभारी स्वच्छता निरीक्षक