भारत चमत्कारों का देश है। एक ऐसा ही चमत्कार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की तीज को मध्यप्रदेश में हुआ है। पूरे मध्यप्रदेश में देवों के देव याने की महादेव के मंदिरों में नंदी महाराज दूध से लेकर पानी पी रहे है। मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ का दौर जारी है।
Nandi of Mahadev is drinking milk
रतलाम. भारत चमत्कारों का देश है। एक ऐसा ही चमत्कार फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की तीज को मध्यप्रदेश में हुआ है। पूरे मध्यप्रदेश में देवों के देव याने की महादेव के मंदिरों में नंदी महाराज दूध से लेकर पानी पी रहे है। मंदिरों में भक्तों की भारी भीड़ का दौर जारी है।
फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की तीज तिथी को दोपहर बाद महादेव मंदिरों में नंदी भगवान को दूध व पानी पीलाने को लेकर आस्था उमड़ पड़ी। बता दे कि 20 वर्ष पूर्व भगवान गणेश के द्वारा दूध पीने की सूचना के बाद भक्त बड़ी संख्या में मंदिरों में पहुंचे थे व भगवान को दूध पीलाया था।
बाबा भोलेनाथ का चमत्कार शनिवार दोपहर बाद अचानक शिवालयों में भीड़ उमडऩे लगी। भगवान शिव के वाहन नंदी द्वारा पानी और दूध पीने की जानकारी विभिन्न सोशल मीडिया से जब भक्तों को मिली तो वे हाथो में जल और दूध कलश में लेकर मंदिरों में पहुंचे और अपने हाथो से चम्मच के द्वारा नंदी भगवान को दूध और जल पिलाया। इस दौरान शिवालयो में हर हर महादेव के जयकारे लगे। शिवालयों में पहुंच रहे लोग इसे बाबा भोलेनाथ का चमत्कार मानकर नंदी को जल पिलाने देर शाम तक पहुंचते रहे। श्रद्धालुओं का दावा है की नंदी भगवान की मूर्ति जल और दूध पी रही है, लेकिन अधिकांश जगहों पर उत्साह और गहरी आस्था के कारण बड़ी संख्या में लोग नंदी भगवान को जल पिलाने पहुंचे। शहर के साथ ही जिले के ग्रामीण अंचलों में में भी श्रद्धालु बड़ी संख्या में भगवान नंदी को जल पिलाने के लिए पहुंचे।
IMAGE CREDIT: patrikaपृष्ठ तनाव व केसीक्व जिम्मेदार यह धार्मिक आस्था का विषय है। इस घटना का वैज्ञानिक आधार देखा जाए तो पृष्ठ तनाव व केसीक्व जिम्मेदार है। – जीएस राठौर, जिला विज्ञान अधिकारी, रमसा