जिले में बिछ रहे सड़कों के जाल में एक और नया अध्याय झाबुआ-रतलाम मार्ग का जुड़ा है। एनएचएआई ने इस मार्ग को फोरलेन में तबदील करने की कवायद शुरू कर दी है। इसे लेकर पूर्व में कंपनी के अधिकारियों द्वारा कलेक्टोरेट में स्थानीय अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई बैठक के बाद राजस्व विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारियों के दल के माध्यम से इसका सर्वे कार्य भी शुरू हो गया था, जिसमें कुछ पेंच फंसने की संभावना को देखते हुए इसमें मामूली रूप से बदलाव करने पर भी चर्चा चल रही है, जिसके चलते अब तक सर्वे रिपोर्ट फाइनल नहीं हो सकी है।
दिल्ली से आएगी रिपोर्ट
रतलाम ग्रामीण के राजस्व कार्यालय में भी एनएचएआई दिल्ली से अब तक इसकी सर्वे रिपोर्ट के बारे में कोई सूचना नहीं आई है, लेकिन उसके इंदौर व भोपाल कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों के साथ सर्वे काम में लगे सेवानिवृत्त अधिकारी एसडीएम रतलाम ग्रामीण नेहा भारतीय से मिले और उनके द्वारा किए जाने वाले काम के संबंध में चर्चा की।हालाकि सर्वे रिपोर्ट पर अंतिम मोहर एनएचएआई के दिल्ली में बैठे अधिकारियों की लगना है, वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही मामला आगे बढ़ सकेगा।
रतलाम ग्रामीण के राजस्व कार्यालय में भी एनएचएआई दिल्ली से अब तक इसकी सर्वे रिपोर्ट के बारे में कोई सूचना नहीं आई है, लेकिन उसके इंदौर व भोपाल कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों के साथ सर्वे काम में लगे सेवानिवृत्त अधिकारी एसडीएम रतलाम ग्रामीण नेहा भारतीय से मिले और उनके द्वारा किए जाने वाले काम के संबंध में चर्चा की।हालाकि सर्वे रिपोर्ट पर अंतिम मोहर एनएचएआई के दिल्ली में बैठे अधिकारियों की लगना है, वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही मामला आगे बढ़ सकेगा।
पूर्व की बैठक में एेसा था स्वरूप
झाबुआ से रतलाम तक बनने वाला फ ोरलेन 104 किमी लंबा होकर, करीब ढ़ाई वर्ष में इसका निर्माण कार्य पूरा किया जाना बताया गया था। इसके निर्माण की शुरुआत झाबुआ बायपास से होना है, जो कि रायपुरिया, पेटलावद होते हुए रतलाम के समीप सालाखेड़ी से होकर महू-नीमच फ ोरलेन पर सालाखेड़ी से जुडऩा प्रस्तावित है। एनएचआई मार्ग का निर्माण 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का काम होने के बाद शुरू करेगा। रतलाम जिले में यह करीब 42 किमी लंबा और 60 मीटर चौड़ा रहेगा।
झाबुआ से रतलाम तक बनने वाला फ ोरलेन 104 किमी लंबा होकर, करीब ढ़ाई वर्ष में इसका निर्माण कार्य पूरा किया जाना बताया गया था। इसके निर्माण की शुरुआत झाबुआ बायपास से होना है, जो कि रायपुरिया, पेटलावद होते हुए रतलाम के समीप सालाखेड़ी से होकर महू-नीमच फ ोरलेन पर सालाखेड़ी से जुडऩा प्रस्तावित है। एनएचआई मार्ग का निर्माण 90 प्रतिशत भूमि अधिग्रहण का काम होने के बाद शुरू करेगा। रतलाम जिले में यह करीब 42 किमी लंबा और 60 मीटर चौड़ा रहेगा।
इनका कहना है
नहीं आई रिपोर्ट
– कलेक्टोरेट सभाकक्ष में हुई बैठक के बाद से अब तक सर्वे रिपोर्ट नहीं आई है। कुछ अधिकारी जरूर आकर मिले थे, जो कि कुछ बदलाव करने की बात कह रहे थे, उसमें उनके द्वारा क्या किया गया इसकी जानकारी अब नहीं मिली है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।
नेहा भारतीय, एसडीएम ग्रामीण, रतलाम
नहीं आई रिपोर्ट
– कलेक्टोरेट सभाकक्ष में हुई बैठक के बाद से अब तक सर्वे रिपोर्ट नहीं आई है। कुछ अधिकारी जरूर आकर मिले थे, जो कि कुछ बदलाव करने की बात कह रहे थे, उसमें उनके द्वारा क्या किया गया इसकी जानकारी अब नहीं मिली है। सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।
नेहा भारतीय, एसडीएम ग्रामीण, रतलाम