परीक्षा रविवार को दोपहर दो बजे से शुरू हुई। परीक्षा पेन एंड पेपर मोड पर रही। यह परीक्षा एमबीबीएस, बीडीएस, बीएचएमएस, बीवायएमएस, बीयूएमएस, बीवीएससी एवं चयनित बीएससी नर्सिंग कॉलेज के पाठ्यक्रमों की करीब एक लाख 40 हजार सीटों के लिए आयोजित की गई थी। पूरे देश में इन सीटों के लिए करीब 18 लाख दावेदार मैदान में हैं। परीक्षा केंद्र पर प्रवेश 11 बजे से ही शुरु कर दिया।
एडमिट कार्ड भी ले लिया प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज जैसे एम्स व जिपमैर में प्रवेश भी इसी परीक्षा के माध्यम से होते हैं। परीक्षार्थियों ने मेन ओएमआर शीट तथा ऑफिस कॉपी दोनों ही इनविजिलेटर को परीक्षा समाप्त होने के बाद जमा करा दी। एग्जाम खत्म होने के बाद में एडमिट कार्ड भी एग्जामिनर ने ले लिया।
स्तरीय रहा पेपरशिक्षकों ने पिछले वर्ष की तुलना में पेपर को सामान्य से ज्यादा कठिन बताया। फिजिक्स के पेपर का स्तर गत वर्ष के समान रहा। वहीं कैमेस्ट्री व बॉयलोजी गत वर्ष की तुलना में कठिन रहे। वहीं इस बार पेपर में नयापन यह देखने को मिला कि कथन और कारण (एसरशन-रिजनिंग) के सवाल ज्यादा पूछे गए। ये सवाल पहले एम्स के पेपर में अधिक आते थे। इसके बाद नीट में गत वर्ष सिर्फ बॉयलोजी में आए थे। इसी तरह मैच द कॉलम्स भी इस वर्ष अधिक संख्या में पूछे गए। कैमेस्ट्री में सेक्शन-बी में इलेक्ट्रो-कैमेस्ट्री टॉपिक के एक सवाल का उत्तर 1.05 होना चाहिए था जो कि 10.5 छपा हुआ था। इसी तरह फिजिक्स में सेक्शन ए में मॉर्डन फिजिक्स के सवाल में भी डेटा गलत दिया हुआ था। इसी तरह बॉयलोजी में प्लांट एंटोमालॉजी के सवाल में सभी आप्शन्स सही थे।
बच्चों को रही आसानी रतलाम। शहर के शास्त्रीनगर में संचालित अभ्यास करियर इंस्टीट्यूट की एमडी नीलिमा कुमावत ने बताया कि नीट यूजी परीक्षा के लिए शहर में केंद्र बनाए जाने से विद्यार्थियों के लिए सुविधा रही। बच्चों को दूसरे शहरों में जाने की झंझट से निजात मिली। शहर में बनाए गए आठ परीक्षा केंद्रों पर रतलाम सहित आसपास के जिलों से करीब 1500 से ज्यादा विद्यार्थियों ने इस परीक्षा में भाग लिया। सेंटर के बाहर विद्यार्थी खुश नजर आए। उन्होंने बताया कि बायोलाजी और फिजिक्स का प्रश्नपत्र काफी आसान था जबकि कैमेस्ट्री का प्रश्नपत्र कठिन रहा।