वितरण केन्द्रों पर कतार में खड़े होने पर मजबूर
जिलेभर में यूरिया की मांग और उपलब्धता के बीच अंतर के हालात बने हुए है। बुधवार की शाम को जिले में यूरिया की नई रैक आ गई है, लेकिन अब भी मांग ज्यादा बनी हुई है। बुधवार को डीएमओ स्वाती राय खुद दिलीप नगर के यूरिया वितरण केन्द्र पर पहुंची और कतारों में लगे किसानों से चर्चा की। किसानों का कहना था कि इस समय यूरिया की सर्वाधिक जरूरत है, लेकिन किसानों को पावती पर 2-2 बोरी ही दे रहे है, जबकि 5 बोरी दिए जाने पर ही पर्याप्त एकड़ में यूरिया का इस्तमाल किया जा सकता है। कम उपलब्धता के कारण किसान सुबह से आकर वितरण केन्द्रों पर कतार में खड़े होने पर मजबूर है। बुधवार को तो किसानों ने काउंटर शुरू होने से पहले ही पावती रख कतार लगा दी थी।
जिलेभर में यूरिया की मांग और उपलब्धता के बीच अंतर के हालात बने हुए है। बुधवार की शाम को जिले में यूरिया की नई रैक आ गई है, लेकिन अब भी मांग ज्यादा बनी हुई है। बुधवार को डीएमओ स्वाती राय खुद दिलीप नगर के यूरिया वितरण केन्द्र पर पहुंची और कतारों में लगे किसानों से चर्चा की। किसानों का कहना था कि इस समय यूरिया की सर्वाधिक जरूरत है, लेकिन किसानों को पावती पर 2-2 बोरी ही दे रहे है, जबकि 5 बोरी दिए जाने पर ही पर्याप्त एकड़ में यूरिया का इस्तमाल किया जा सकता है। कम उपलब्धता के कारण किसान सुबह से आकर वितरण केन्द्रों पर कतार में खड़े होने पर मजबूर है। बुधवार को तो किसानों ने काउंटर शुरू होने से पहले ही पावती रख कतार लगा दी थी।
1 हजार 200 टन अतिरिक्त यूरिया की रैक
विपणन कार्यालय के मुताबिक, रतलाम जिले में 1 हजार 460 मीट्रिक टन यूरिया सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध है। रेलवे की दो और रैक से 1 हजार 200 मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया रतलाम जिले को मिल रहा है। रतलाम जिले में नगद राशि पर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए 11 वितरण केंद्र खोले गए हैं, लेकिन ज्यादातर केन्द्रों पर यूरिया की उपलब्धता कम है। शहर के दो केन्द्रों पर रोजाना किसान परेशान होते नजर आते है।
विपणन कार्यालय के मुताबिक, रतलाम जिले में 1 हजार 460 मीट्रिक टन यूरिया सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध है। रेलवे की दो और रैक से 1 हजार 200 मीट्रिक टन अतिरिक्त यूरिया रतलाम जिले को मिल रहा है। रतलाम जिले में नगद राशि पर किसानों को यूरिया उपलब्ध कराने के लिए 11 वितरण केंद्र खोले गए हैं, लेकिन ज्यादातर केन्द्रों पर यूरिया की उपलब्धता कम है। शहर के दो केन्द्रों पर रोजाना किसान परेशान होते नजर आते है।
मंत्री के निर्देशों के बाद जागा अमला
जिले में यूरिया की कमी और किसानों की परेशानी को लेकर मंगलवार को किसान प्रतिनिधियों ने प्रभारी मंत्री सचिन यादव को अवगत कराया था। इसके बाद प्रभारी मंत्री के निर्देश पर बुधवार से जिले के अधिकारी केन्द्रों पर यूरिया की जानकारी ले रहे है। हालांकि किसानों की मांग के अनुसार यूरिया की उपलब्धता अब तक नहीं हो पा रही है।
हर केन्द्र पर भेज रहे यूरिया
जिले में यूरिया के सभी केन्द्रों पर स्टॉक है और आगामी दिनों मेंं अतिरिक्त रैक भी मिल रही है। इससे मांग के अनुसार यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
– स्वाती राय, डीएमओ रतलाम
जिले में यूरिया की कमी और किसानों की परेशानी को लेकर मंगलवार को किसान प्रतिनिधियों ने प्रभारी मंत्री सचिन यादव को अवगत कराया था। इसके बाद प्रभारी मंत्री के निर्देश पर बुधवार से जिले के अधिकारी केन्द्रों पर यूरिया की जानकारी ले रहे है। हालांकि किसानों की मांग के अनुसार यूरिया की उपलब्धता अब तक नहीं हो पा रही है।
हर केन्द्र पर भेज रहे यूरिया
जिले में यूरिया के सभी केन्द्रों पर स्टॉक है और आगामी दिनों मेंं अतिरिक्त रैक भी मिल रही है। इससे मांग के अनुसार यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। किसानों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
– स्वाती राय, डीएमओ रतलाम