रतलाम

जय-जयकारा…गुरुवर देना साथ हमारा…

47 दिनी उपधान तपोत्सव पूर्णता पर आज मालारोपण महोत्सव

रतलामDec 08, 2018 / 06:02 pm

harinath dwivedi

जय-जयकारा…गुरुवर देना साथ हमारा…

रतलाम. उपधान तपोत्सव की पूर्णता पर आचार्यश्री जिनचन्द्रसागरसूरि महाराज बन्धु त्रिपुटी की निश्रा में रथयात्रा निकाली गई। सभी तपस्वी बग्घी में सवार होकर जिनशासन का गौरव बढ़ा रहे थे। उत्साह और उत्सव से परिपूर्ण वातावरण में रथयात्रा ने शहर में भ्रमण करते हुए स्वर्ण नगरी के तप-साधना इतिहास में एक नये अध्याय को स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया।
शुक्रवार को आचार्यश्री की निश्रा में मोती पूज्य मंदिर चौमुखीपुल से सुबह रथ यात्रा प्रारंभ हुई। आगे-आगे हाथी और घोड़े पर धर्मपताका लिए समाजजन शामिल हुए तो उनके पीछे सुसज्जित 23 बग्घी में उपधान के तपस्वी विराजित थे। जिनके तप की सम्पूर्ण मार्ग में अनुमोदना की गई। गुरुवर के जयकारों के बीच आचार्य श्री भक्तों को मंगलाशीष प्रदान करते चल रहे थे। बडऩगर के प्रसिद्ध जनता मालवा बेंड ने गुरुभक्ति पर केन्द्रित भजन और गीतों से भक्तिमय वातावरण कर दिया। रतलाम और बडऩगर के ढोल व डीजे पर युवाओं की टोलियां झूमती नाचती और गाती चल रही थी। रथयात्रा में भगवान का रथ और इन्द्रध्वजा आदि प्रमुख आकर्षण रहे।

आचार्यश्री ने मांगलिक श्रवण कराई
दोपहर में 12.30 बजे शंतिस्नात्र महापूजन और रात्रि में 8.30 बजे परमात्म भक्ति रखी गई। देश भर से आए समाजजनों ने जयंतसेन धाम में देव दर्शन के साथ गुरु भगवंत के दर्शन वंदन का लाभ लिया। तीन दिनी उत्सव के अंतिम समापन सौपन पर आज 8 दिसंबर को मालारोपण उत्सव मनाया जाएगा। सुबह 8.30 बजे शुभ मुहूर्त में मालारोपण विधि प्रारम्भ होगी। जंहा विधि विधान से माला रोपण के साथ आचार्यश्री ने आशीर्वचन होंगे। तत्पश्चात 47 दिनी उपधान तप की पूर्णता होगी। सभी तपस्वी आचार्यश्री से शुभाशीष प्राप्त कर प्रस्थान करेंगे।
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