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धर्म की आराधना में मैत्री भावना परम आवश्यक: मुनिराज विजय

locationरतलामPublished: Jan 23, 2019 05:38:00 pm

Submitted by:

Mukesh Mahavar

मुनिराज मोक्षदर्शन विजय और आगमरत्न विजय महाराज का विहार

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धर्म की आराधना में मैत्री भावना परम आवश्यक: मुनिराज विजय

रतलाम. मुनिराज मोक्षदर्शन विजय एवं विजय महाराज का वर्ष 2018 का चातुर्मास आराधना भवन श्रीसंघ पोरवाड़ों का वास पर बहुत ही उमंग, उल्लास और आनंदपूर्वक धर्ममय वातावरण में पूर्ण हुआ। गुरुदेव के विहार के समय प्रात: 7 बजे से ही भक्तगण बड़ी संख्या में आराधना भवन पहुंचना शुरू हो गए। गुरुदेव ने समाजजन के साथ चंद्रप्रभुस्वामी के दर्शन वंदन करने के बाद विहार प्रारंभ किया। ढोल नगाड़ो के संगीत के साथ भक्तगण गुरुजी अमारो अंतर्नाद अमने आपो आशीर्वाद…के नारे लगाते रहे।
पूरे रास्ते जगह-जगह समाज जन द्वारा गहुली की गई। स्टेशन रोड़ जैन मंदिर में चैत्यवंदन करने के पश्चात जुलूस टी आई टी रोड स्थित जैन धर्मशाला पर पहुंच कर धर्मसभा में परिवर्तित हो गया। उपस्थित समाजजन को मांगलिक प्रवचन देते हुए मुनिराज मोक्षदर्शन विजय ने फरमाया कि व्यक्ति के जीवन में अगर मैत्री भावना आ जाए तो वह धर्म करके अपनी आत्मा का कल्याण कर सकता है। धर्म की आराधना में मैत्री भावना परम आवश्यक है। मुनिराज विजय ने फरमाया कि व्यक्ति को संसार में रहना पड़ सकता है, लेकिन संसार में रह कर भी कैसे जीना है यह समझना आवश्यक है और रतलाम के इस वर्ष के चातुर्मास में इसीलिए सैंकड़ों की संख्या में श्रावक-श्राविकाओं ने नियम पचक्खाण आदि लिए है। उसकी अनुमोदना करते हुए उन्हे धर्म के पथ पर और आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया ।
आज नामली में स्थिरता रहेगी
आराधना भवन ट्रस्ट बोर्ड अध्यक्ष अशोक लूनिया एवं सचिव हिम्मत गेलड़ा ने बताया कि गुरुदेव के विहार में आगम मित्र परिवार के युवा साथी आकाश कटारिया ने विहार में गुरुदेव के साथ चलने और विहार का एक तरह से प्रशिक्षण लेने के संकल्प की घोषणा की। जिसकी श्री संघ की ओर से अनुमोदना की गई। इस अवसर पर सुमित तलेरा ने सुंदर भावपूर्ण विहार स्तवन प्रस्तुत किया। आज की प्रभावना का लाभ कोमलकुमार सज्जनमल कोठारी एवं कमलाबाई समीरमल लूनिया परिवार ने लिया। इस अवसर पर साध्वी दिव्यप्रज्ञाश्री आराधना भवन ट्रस्ट बोर्ड के समस्त ट्रस्टीगण, आराधना भवन सेवा समिति, आगम मित्र परिवार, आराधना भवन महिला मंडल एवं सैकड़ों की संख्या में श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित रही। यहां से विहार करते हुए गुरुदेव की कटारिया फार्म हाउस नामली रोड़ पर स्थिरता रही। 23 जनवरी को गुरुदेव की नामली स्थिरता रहेगी।
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