जिला पंचायत व जनपद की टीम ने बीते कुछ समय से लगातार काम करते हुए जिले को ओडीएफ करने की कगार पर ला खड़ा किया है। पूर्व में आलोट, पिपलोदा व जावरा जनपद के घरों में शौचालय निर्माण कराकर उन्हे ओडीएफ घोषित कराया गया। उसके बाद पिछड़ी हुई रतलाम व सैलाना जनपद को ओडीएफ कराए जाने में पूरी टीम जुटी और अब इन्हे भी ओडीएफ की कगार पर ला खड़ा किया है। रतलाम जनपद में महज चार शौचालय का काम और शेष रह गया है, जो किजल्द ही बनकर तैयार हो जाएंगे। वहीं सैलाना में करीब ८० शौचालय बनना है, जिनके लिए पूरी टीम लग गई है और आगामी एक सप्ताह के भीतर ही इन दोनों जनपदों को भी ओडीएफ घोषित करा दिए जाने की बात कही जा रही है।
बहुत आई परेशानी
आदिवासी अंचल होने से यहां के लोगों को सझमाइश देकर उनके यहां शौचालय बनवाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। कोई समझता था तो कोई उलझता था, लेकिन हार नहीं मानी और हर ग्रामीण को समझाने का प्रयास किया, जिसमें टीम सफल रही और अब महज ८७ परिवार ही जनपद में एेसे रह गए है, जिनके यहां शौचालय नहीं है। हालाकि इन सभी के यहां शौचालय निर्माण का काम शुरू हो चुका है, जो कि जल्द पूरा होते ही सैलाना भी ओडीएफ हो जाएगी।
आदिवासी अंचल होने से यहां के लोगों को सझमाइश देकर उनके यहां शौचालय बनवाने के लिए काफी मशक्कत करना पड़ी। कोई समझता था तो कोई उलझता था, लेकिन हार नहीं मानी और हर ग्रामीण को समझाने का प्रयास किया, जिसमें टीम सफल रही और अब महज ८७ परिवार ही जनपद में एेसे रह गए है, जिनके यहां शौचालय नहीं है। हालाकि इन सभी के यहां शौचालय निर्माण का काम शुरू हो चुका है, जो कि जल्द पूरा होते ही सैलाना भी ओडीएफ हो जाएगी।
इनका कहना है
सबके साथ से हुआ संभव
– सभी के सहयोग से यह रतालम व सैलाना जनपद भी ओडीएफ होने आ गई है। आगामी कुछ दिनों में यह ओडीएफ हो जाएगी। अब सिर्फ बाजना जनपद रहेगी, जिसे१५ जुलाई तक ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया है। कोशिश रहेगी कि उसके पूर्व ही यह काम पूरा कर जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया जाए।
अवधसिंह अहिरवार, जिला समन्वयंक, स्वच्छ भारत मिशन
सबके साथ से हुआ संभव
– सभी के सहयोग से यह रतालम व सैलाना जनपद भी ओडीएफ होने आ गई है। आगामी कुछ दिनों में यह ओडीएफ हो जाएगी। अब सिर्फ बाजना जनपद रहेगी, जिसे१५ जुलाई तक ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया है। कोशिश रहेगी कि उसके पूर्व ही यह काम पूरा कर जिले को ओडीएफ घोषित कर दिया जाए।
अवधसिंह अहिरवार, जिला समन्वयंक, स्वच्छ भारत मिशन