दाउदी बोहरा समाज के बिजनेसमेन हुए शामिल
यह बात रविवार को बाम्बे से आए जनाब अम्मार भाईसाहब तैय्यबखान ने कही। वे कुतुबीमोहल्ला बैंक कॉलोनी स्थित हॉल में तिजारत राबिया कार्यक्रम के अन्तर्गत बिजनेस के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान कर रहे थे। सैय्यदना आलीकदर मुफ²ल साहब सैफु²ीन की सालगिरहा आने वाली है, इसके अन्तर्गत मिलाद तक 40 दिन के कार्यक्रम चलेंगे, इसके अन्तर्गत तिजारत राबिया कार्यक्रम रतलाम में रखा गया था। इस अवसर पर तीनों आमील साहब और तीनों जमात एवं जिले के बिजनेसमेन शामिल हुए। बिजनेस डेवलपमेंट टीम बाम्बे द्वारा आयोजित कार्यक्रम सुबह 10.30 बजे प्रारंभ होकर दोपहर 12 बजे तक चला।
यह बात रविवार को बाम्बे से आए जनाब अम्मार भाईसाहब तैय्यबखान ने कही। वे कुतुबीमोहल्ला बैंक कॉलोनी स्थित हॉल में तिजारत राबिया कार्यक्रम के अन्तर्गत बिजनेस के संबंध में मार्गदर्शन प्रदान कर रहे थे। सैय्यदना आलीकदर मुफ²ल साहब सैफु²ीन की सालगिरहा आने वाली है, इसके अन्तर्गत मिलाद तक 40 दिन के कार्यक्रम चलेंगे, इसके अन्तर्गत तिजारत राबिया कार्यक्रम रतलाम में रखा गया था। इस अवसर पर तीनों आमील साहब और तीनों जमात एवं जिले के बिजनेसमेन शामिल हुए। बिजनेस डेवलपमेंट टीम बाम्बे द्वारा आयोजित कार्यक्रम सुबह 10.30 बजे प्रारंभ होकर दोपहर 12 बजे तक चला।
ताकि भविष्य में परेशानी न आए
बैंक कॉलोनी कुतुबीमोहल्ला हॉल में बांबे से आए जनाब अम्मार भाईसाहब तैय्यबखान ने दाऊदी बोहरा समाज को समझाया बिजनेस के फंडे बताते हुए कहा कि आज के हालात में भारतीय बाजार में व्यापार कैसे करना है जो मुश्किलें आ रही है, उसका निराकरण कैसे निकाले। दो पार्टनर व्यापार कर रहे हैं, उनका व्यापार ऑन पेपर प्रारूप तैयार ही किया जाए। इसके अलावा किसी भी प्रकार का व्यापार करों कागजी कार्यवाही पूरी करके ही करें। व्यापार की समय सीमा निर्धारित की जाए और जब भी आगे फिर से मिलकर बिजनेस करना हो तो पुन: पारदर्शिता के साथ कागजी कार्यवाही कर शुरू करें, ताकि भविष्य में कोई परेशानी न आए।
बैंक कॉलोनी कुतुबीमोहल्ला हॉल में बांबे से आए जनाब अम्मार भाईसाहब तैय्यबखान ने दाऊदी बोहरा समाज को समझाया बिजनेस के फंडे बताते हुए कहा कि आज के हालात में भारतीय बाजार में व्यापार कैसे करना है जो मुश्किलें आ रही है, उसका निराकरण कैसे निकाले। दो पार्टनर व्यापार कर रहे हैं, उनका व्यापार ऑन पेपर प्रारूप तैयार ही किया जाए। इसके अलावा किसी भी प्रकार का व्यापार करों कागजी कार्यवाही पूरी करके ही करें। व्यापार की समय सीमा निर्धारित की जाए और जब भी आगे फिर से मिलकर बिजनेस करना हो तो पुन: पारदर्शिता के साथ कागजी कार्यवाही कर शुरू करें, ताकि भविष्य में कोई परेशानी न आए।