scriptजात से बाहर कर दिया, वापस आने पर देने होंगे सात लाख रुपए | Out of caste, will be given seven lakh rupees on return | Patrika News

जात से बाहर कर दिया, वापस आने पर देने होंगे सात लाख रुपए

locationरतलामPublished: Feb 17, 2020 11:16:46 am

Submitted by:

kamal jadhav

जात से बाहर कर दिया, वापस आने पर देने होंगे सात लाख रुपए

जात से बाहर कर दिया, वापस आने पर देने होंगे सात लाख रुपए

जात से बाहर कर दिया, वापस आने पर देने होंगे सात लाख रुपए

रतलाम। आधुनिकता के इस दौर में भी आदिवासी क्षेत्रों में पुरानी समाज विरोधी परंपराएं चल रही है। ऐसा ही मामला बाजना पुलिस थाने के गांव घोड़ाखेड़ा में सामने आया है। एक महिला को डायन बताकर उसे पहले गांव से बाहर जाने और समाज में किसी भी व्यक्ति के यहां आने-जाने से रोकने का फरमान दिया और उसके पशुओं के चारे को आग के हवाले कर दिया। बाद में उसे वापस समाज में लेने के बदले सात लाख रुपए की मांग कर डाली। पीडि़त महिला ने पुलिस की शरण ली है। बाजना पुलिस ने गांव के तड़वी पटेल सहित करीब एक दर्जन लोगों पर प्रकरण दर्ज किया है। बाजना थाना प्रभारी आरएस बर्डे ने बताया महिला और उसके परिवार को गांव से भगाने और प्रतिबंधित करने के मामले में अभी किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गांव में किसी के यहां जाने पर किया प्रतिबंधित
बाजना थाना प्रभारी आरएस बर्डे ने बताया गांव घोड़ाखेड़ा निवासी महिला दूधाबाई पति राहजिंग कटारा ५५ साल के साथ यह घटना हुई है। दूधाबाई ने बताया कि वह गांव में परिवार के साथ रहकर मजदूरी करती है। करीब आठ-दस माह पहले देवर ताहजिंग कटारा की मौत बीमारी की वजह से हो गई थी। इस पर पास में रहने वाले नारजी पिता वेशा कटारा, पूना पिता कचरू कटारा, सदू पिता ताहजिंग कटारा, प्रकाश पिता पूना कटारा, रावजी पिता पूना कटारा, मुकेश पिता नारजी कटारा और रायचंद्र पिता नारजी कटारा आए दिन मुझे डायन कहकर परेशान करते हैं और कहते हैं कि तुमने राहजिंग को खा गई है जिससे उसकी मौत हो गई। तुम हमारे गांव में अब किसी भी परिवार में नहीं बैठोगे और न ही किसी कुएं से पानी भर सकेंगे। उन्होंने मेरे पति राहजिंग कटारा, पुत्र हुकला और लालू कटारा को भी गांव के किसी परिवार में आने-जाने से रोक दिया और कहा कि गांव की बावडिय़ों से भी पानी नहीं भरोगे। आए दिन ये लोग मेरे परिवार को मारने का प्रयास दौड़ते हैं। अब तो इन्होंने मेरे परिवार को गांव से भगा दिया।
तड़वी पटेल ने भी नहीं दिया साथ
पीडि़त महिला दूधाबाई, उसके पति राहजिंग और दोनों पुत्रों को परिवार के साथ गांव से भगा दिए जाने पर वह पास के गांव मकनपुरा के रहने वाले तड़वी पटेल मांगू पिता जोखा अमलियार और लालू पिता जोखा अमलियार भी कहने लगे कि तुमने देवर ताहजिंग को खा लिया है। तुम डायन हो और इस गांव से चले जाओ तुम्हे समाज से बाहर कर दिया गया है। अब गांव के तड़वी पटेल मांगू और लालू के साथ नारजी, पूना सहित अन्य सभी लोगों का कहना है कि तुम्हें समाज और गांव से निकाल दिया है। वापस गांव में रहना है तो सात लाख रुपए देना पड़ेंगे। हमारे जाने के दौरान ही नारजी, पूना, सदू, प्रकाश, रावजी, मुकेश और रायचंद्र ने पशुओं के लिए संग्रहित कर रखा चारा जला दिया। सात लाख रुपए नहीं देने पर ये लोग हमें गांव में नहीं रहने दे रहे और न ही समाज में किसी के यहां आने-जाने दे रहे हैं। इस बारे में इन्होंने दबाव बनाकर कागज पर भी लिखवा लिया है। पुलिस ने मांगू, लालू, नारजी, पूना, सदू, प्रकाश, रावजी, मुकेश और रायचंद्र के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज किया है।

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