सरकार और वित्तमंत्री को मांग से कराएंगे अवगत…
सांसद उज्जैन: छूट मिलने से आम लोगों की पहुंच बढ़ेगी
उज्जैन-आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि कोरोना महामारी से जीतने के लिए व्यवस्था बनाने में सभी का सहयोग और भागीदारी जरूरी है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, सिलेंडर आदि की कीमतें आम व्यक्ति की पहुंच में होने पर वे इसे ले सकेंगे। साथ ही सेवाभावी लोग भी अधिक संख्या में सहयोग कर पाएंगे। सांसद फिरोजिया ने बताया कि वे इस संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन को पत्र लिख कुछ समय के लिए कंसंट्रेटर मशीन, ऑक्सीजन सिलेंडर सहित कोविड-19 में उपयोग होने वाली अन्य मेडिकल सामग्री पर जीएसटी न्यूनतम करने या समाप्त करने का आग्रह करेंगे।
—-
सांसद रतलाम: फिलहाल राहत सबसे बड़ी प्राथमिकता
रतलाम-झाबुआ संसदीय क्षेत्र के सांसद गुमानसिंह डामोर का कहना है कि वैश्विक महामारी के इस दौर में हर स्तर पर लोगों को समूचित उपचार और संसाधन उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस संकट के समय अगर जीवन रक्षक सामग्री पर कुछ समय के लिए जीएसटी कम कर दिया जाए तो यह राहत वाला होगा। सांसद डामोर ने कहा कि इस संबंध में वे वित्त मंत्री को पत्र के माध्यम से जनभावना से अवगत कराएंगे और मांग करेंगे कि जीएसटी कौसिंल की ओर आवश्यक सामग्री की श्रेणी मेंं शामिल ऑक्सीजन मशीनों व सिलेंडर पर फिलहाल किसी तरह का अतिरिक्त टैक्स ना हो।
—–
सांसद मंदसौर: ऑक्सीजन की आवश्यकता सरल हो रही
मंदसौर-नीमच संसदीय क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता ने बताया कि कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन एवं ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। होम आइसोलेशन वाले परिवारों व लोगों को भी यह सभी सुविधाएं व आवश्यक सामग्री मिले, इसके लिए सतत निगरानी की जा रही है। इन सामग्री पर जीएसटी नहीं होने या कम होने से आवश्यकता वाले व्यक्ति इसे आसानी से खरीद पाएंगे। इस संबंध में ऊपरी स्तर पर बात की जाएगी और पत्राचार के माध्यम से अवगत कराया जाएगा। ऑक्सीजन सिलेंडर और मशीनों की उपलब्धता आसान बनाने के सभी प्रयास करेंगे।
बाजार कीमतों के साथ टैक्स का भार
ऑक्सीजन के खाली सिलेंडर पर 18 प्रतिशत और कंसंट्रेटर मशीन पर 12 प्रतिशत तक जीएसटी है। 1.5 क्यूबिक के खाली सिलेंडर की कीमत करीब 3600 रुपए है, इस पर 18 प्रतिशत जीएसटी है। ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मशीन पर भी 12 प्रतिशत जीएसटी लिया जाता है। अन्य आवश्यक मेडिकल वस्तुएं भी टैक्स के बोझ के चलते महंगी हो गई है।
हर सप्ताह बढ़ रही सिलेंडरों की मांग
हर जिले में मार्च माह के दूसरे सप्ताह से अप्रेल माह की समाप्ति के बीच हर सप्ताह ऑक्सीजन सिलेंडरों की मांग में तेजी आती जा रही है। पहले खाली सिलेंडर आसानी से उपलब्ध हो रहे तो अब हालात अलग है। सिलेंडर व्यावसाय से जुड़े लोगों की माने तो हर सप्ताह करीब 7 से 8 हजार ऑक्सीजन सिलेंडरों की मांग अप्रेल माह में बनी हुई थी।