नगर निगम में नियमों के विपरीत सफाईकर्मी रखने में बंदरबांट सामने आई है। एक ही परिवार के कई सदस्यों को भी अस्थाई सफाईकर्मी की नौकरी दे दी, इनमें एक सफाईकर्मी तो बड़े राजनीतिक दल मेें महामंत्री पद पर भी है। वहीं, जिम्मेदार अब इसे पूर्व के समय की गलती बता रहे हैं।
रतलाम. नगर निगम में नियमों के विपरीत सफाईकर्मी रखने में बंदरबांट सामने आई है। नाला सफाई से महिलाकर्मियों को मुक्त रखा गया है, लेकिन निगम ने नाला सफाई गैंग में भी महिलाओं को भर्ती कर लिया, साथ ही एक ही परिवार के कई सदस्यों को भी अस्थाई सफाईकर्मी की नौकरी दे दी, इनमें एक सफाईकर्मी तो बड़े राजनीतिक दल मेें महामंत्री पद पर भी है। वहीं, जिम्मेदार अब इसे पूर्व के समय की गलती बता रहे हैं।
कोरोना वायरस : 30 जून के पहले करें यह पांच काम, नहीं हो आएगी परेशानी नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग ने कायदों को ताक पर रखकर एक ही परिवार पर मेहरबानी दिखाई है। एक कर्मचारी के मायके सहित परिजन के ससुराल के सदस्यों तक को नौकरी दे दी गई। कुछ नियमित है तो कुछ अस्थायी कर्मचारी। इनकी कुल संख्या 11 है। हैरानी की बात यह है कि नगर निगम में नालों की सफाई के लिए लगाई जाने वाली अस्थाई गैंग में महिलाओं को नहीं रखा जाता, लेकिन इसमे भी महिलाओं को भर्ती दिखाया गया है, भुगतान के पूर्व हाजरी उपस्थिति पंजी बनी है, उसमें महिलाओं के नाम है। एक ही परिवार के इन सदस्यों में गैंग सफाई के लिए वार्ड नंबर एक में भर्ती कर्मचारी तो एक राजनीतिक दल के मंडल में महामंत्री तक है, सिर्फ विमला बाई, बरखा बाई, सुरेश पिता बाबूलाल पुराने कर्मचारी है इसलिए नियमित है, शेष कर्मचारी अस्थाई है लेकिन लगातार काम कर रहे है। हालांकि निगम के जिम्मेदार इसे सामान्य एवं पूर्व से निर्धारित प्रक्रिया के तहत हुई नियुक्ति बताते हैं।
भारतीय रेलवे ने फिर बदले ट्रेन टिकट रिजर्वेशन के नियमयह है बंदरबांट का लेखाजोखा 1- विमला बाई पति बाबूलाल इस्थाई सफाई कर्मी, वार्ड 1 2- राहुल पिता सुरेश गैंग सफाई कर्मी,वार्ड 1 3 – श्रुति पति राहुल गैंग सफाई कर्मी वार्ड 5 4 – रवि पिता सुरेश 30 दिवसीय सफाईकर्मी वार्ड 14 5 – यामनी पति रवि 30 दिवसीय सफाई कर्मी वार्ड 13 6 – बरखा पति सुरेश ,विनियमित सफाई कर्मी वार्ड 9 7 – रेखा पति महादेव 30 दिवसीय सफाई कर्मी वार्ड 5 8 – सुनीता पति दिलीप 30 दिवसीय सफाई कर्मी वार्ड 12 9 – बादल पिता दिलीप गैंग सफाई कर्मी वार्ड 9 10 – दिलीप पिता भेरूलाल गैंग कर्मी दरोगा वार्ड 8 11 – सुरेश पिता बाबुलाल विनियामिति माली कर्मचारी, दरोगा
एसबीआई ने अपने करोड़ों उपभोक्ताओं को दिया बड़ा तोहफामहिला को गैंग में नहीं लगाया जाता यह सही है कि महिला को गैंग में नहीं लगाया जाता है, ऐसा हुआ है तो गलत है। जहां तक एक ही परिवार के सदस्य की बात है तो यह पूर्व के अधिकारियों द्वारा किया नियुक्त किए गए है। जहां तक किसी पार्टी से संबंध की बात है तो इसकी सूचना नहीं है।