अनेक रिकॉर्ड अपने नाम कर चुकी है ज्योति
विश्व की सबसे छोटी महिला ज्योति आमगे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड, वज्र वल्र्ड ऑफ बुक में रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी है, आज वह किसी परिचय की मोहताज नहीं है। रतलाम में आयोजित टेलेंट शो में पहुंची ज्योति को देख लोग आश्चर्यचकित हुए। ज्योति ने बताया कि कितने चेहरे है इस दुनिया में…मगर हमें एक ही चेहरा नजर आता है। दुनिया को अब क्या देखें…सांई के चरणों में अब वक्त गुजर जाता है। २५ वर्ष की मेरी उम्र है और मेरी हाईट भी २४ इंच है। मैने अपनी हाईट पर बहुत सारे रिकार्ड बनाए है।
विश्व की सबसे छोटी महिला ज्योति आमगे गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड, वज्र वल्र्ड ऑफ बुक में रिकार्ड में अपना नाम दर्ज करा चुकी है, आज वह किसी परिचय की मोहताज नहीं है। रतलाम में आयोजित टेलेंट शो में पहुंची ज्योति को देख लोग आश्चर्यचकित हुए। ज्योति ने बताया कि कितने चेहरे है इस दुनिया में…मगर हमें एक ही चेहरा नजर आता है। दुनिया को अब क्या देखें…सांई के चरणों में अब वक्त गुजर जाता है। २५ वर्ष की मेरी उम्र है और मेरी हाईट भी २४ इंच है। मैने अपनी हाईट पर बहुत सारे रिकार्ड बनाए है।
देश से लेकर विदेशी मंचों पर चला ज्योति का जादू
ज्योति का कहना है कि २००९ से लेकर २०१८ तक मेरे रिकार्ड है। मुझे अभी अभी वज्र का रिकार्ड मिला है। मैं चाहती हूं कि मैं ऐसे ही रिकार्ड बनाती रहूं, क्योंकि मुझ पर सांई का आशीर्वाद है। मैने जापान, युरोप, इटली, अमेरिका बहुत सारे देशों में कार्यक्रम दिए। मैं फिर से एक बार चार माह के लिए अमेरिका जा रही हूं। ज्योति ने कहा कि आज जय सांई राम जय सांई राम…अब यह आवाज शिर्डी तक पहुंचेगी।
ज्योति का कहना है कि २००९ से लेकर २०१८ तक मेरे रिकार्ड है। मुझे अभी अभी वज्र का रिकार्ड मिला है। मैं चाहती हूं कि मैं ऐसे ही रिकार्ड बनाती रहूं, क्योंकि मुझ पर सांई का आशीर्वाद है। मैने जापान, युरोप, इटली, अमेरिका बहुत सारे देशों में कार्यक्रम दिए। मैं फिर से एक बार चार माह के लिए अमेरिका जा रही हूं। ज्योति ने कहा कि आज जय सांई राम जय सांई राम…अब यह आवाज शिर्डी तक पहुंचेगी।
नागपुर में जन्मी, अब वहां से चुनाव लडऩे की चाहत
ज्योति का जन्म १६ दिसंबर १९९३ को नागपुर में हुआ है। उनके सपने भी काफी बड़े है। ज्योति को कभी अपनी लंबाई को लेकर मायूसी नहीं हुई उनका इससे आत्मविश्वास और बड़ा है। हां यह बात अलग है कि उनकी पढ़ाई के दौरान उनके हिसाब से ही स्कूल में ड्रेस, चेयर, डेस्क अलग से बनवाई गई थी। यहां तक की बर्तन और बिस्तर भी उनके हिसाब के ही है। ज्योति अमेरिकन हॉरर स्टोरी में काम कर चुकी है। अब वे महिला अपराधों को लेकर मोदी सरकार से नाराज है और नागपुर से चुनाव भी लड़ सकती है।
ज्योति का जन्म १६ दिसंबर १९९३ को नागपुर में हुआ है। उनके सपने भी काफी बड़े है। ज्योति को कभी अपनी लंबाई को लेकर मायूसी नहीं हुई उनका इससे आत्मविश्वास और बड़ा है। हां यह बात अलग है कि उनकी पढ़ाई के दौरान उनके हिसाब से ही स्कूल में ड्रेस, चेयर, डेस्क अलग से बनवाई गई थी। यहां तक की बर्तन और बिस्तर भी उनके हिसाब के ही है। ज्योति अमेरिकन हॉरर स्टोरी में काम कर चुकी है। अब वे महिला अपराधों को लेकर मोदी सरकार से नाराज है और नागपुर से चुनाव भी लड़ सकती है।