
1. ये बनाएंगे सरल राह...
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, महाकाल मंदिर व क्षेत्र विकास प्रोजेक्ट, पशुपतिनाथ पर्यटन सर्किट, गांधीसागर-खिवनी पर्यटन विकास, सोलर एनर्जी उत्पादन, विंड एनर्जी पॉवर प्रोजेक्ट और कृषि शोध एवं रिसर्च के लिए महाविद्यालय, हवाई सेवा विस्तार में 4 एयर स्ट्रीप को भी शामिल किया गया।
2. इनके दम पर बढ़ेंगे कदम...
रतलाम रेलवे का अहम मंडल देशभर के लिए यात्री व माल लदान सुविधा, उज्जैन धार्मिक एवं सांस्कृतिक नगरी रोजाना लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं, मंदसौर कृषि एवं सिंचाई का अहम स्थल, जावरा बेहतर वायुदाब के चलते विंड प्रोजेक्टों का गढ़, देवास कुशल मैन पॉवर व निवेश पसंद औद्योगिक क्षेत्र।

- रेलवे का मजबूत नेटवर्क, एक्सप्रेस-वे का निर्माण, एयर स्ट्रीपों का उपयोग।
- औद्योगिक अनुभव, निवेशकों को आकर्षित करने की क्षमता व समूचित बिजली।
- शासकीय भूमि की उपलब्धता, सुरक्षा का मजबूत तंत्र, युवाओं का रूझान
- मैन पॉवर की क्षमता, मैदानी स्तर पर श्रमिकों का सरलता से उपलब्ध होना
- राजनीतिक समन्वय, सत्तापक्ष के ज्यादातर मंत्री और सांसद-विधायक सक्रिय
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कुछ कमियां भी साथ....
- शिप्रा, शिवना, चंबल और माही नदियों के पानी के उपयोग पर ठोस प्लान नहीं।
- स्थानीय उद्योगों के अनुकूल नीतियों की आवश्यकता, कोरोना इफैक्ट परेशानी।
- स्थानीय उद्योग आधारित रोजगार को कार्यकुशल बनाने के संसाधनों की कमी।
- आधा दर्जन औद्योगिक क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को मैदान में नहीं उतार पाए।
- निवेशकों के साथ करार की आवश्यकता, पूर्व में सर्वे-प्रस्ताव से आगे नहीं बढ़े।

शहरों के साथ ही गांव भी शामिल...लाखों हाथ काम के काबिल
उज्जैन...इंदौर-उज्जैन-देवास लिंक
राज्य सरकार की कैबिनेट ने हाल ही में उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क स्थापना को मंजूरी दी है। यह मालवांचल के इंदौर-उज्जैन-देवास के लिए अहम है। यहां कई तरह के डिवाइस बनेंगे, इससे स्थानीय रोजगार बढ़ेगा तो निजी एवं सरकारी निवेश भी आएगा। पहले ही उज्जैन में 4 बड़े निवेश प्रोजेक्ट चल रहे है, अब एक और जुडऩे से लाभ होगा।
रतलाम...इंदौर-रतलाम-उज्जैन लिंक
कैबिनेट ने रतलाम में विशेष निवेश क्षेत्र विकसित करने बजट एवं कार्य की स्वीकृति दी है। यहां औद्योगिक पार्क आकार लेगा तो फार्मा सहित आधा दर्जन श्रेणियों में नए औद्योगिक निवेश को आकर्षित करेगा। इससे इंदौर-रतलाम-उज्जैन लिंकअप बनेगा जो इन जिलों में रोजगार पैदा करेगा और करीब 500 गांव सीधे तौर पर कनेक्ट हो जाएंगे।
देवास....इंदौर-देवास-भोपाल लिंक
इंदौर के करीबी औद्योगिक पसंद क्षेत्र में देवास में भी नया औद्योगिक क्षेत्र विकसित हो रहा है। यह इंदौर और भोपाल से लिंकअप रहेगा। इस औद्योगिक निवेश क्षेत्र का प्रस्ताव स्वीकृति के करीब है। इस क्षेत्र का दायरा उज्जैन जिले से भी जुड़ा होने से इस इलाके के औद्योगिक निवेशकों को एक नया कॉरिडोर मिलेगा, जिससे कई कंपनिया जुड़ जाएगी।
एक्सपर्ट व्यू....
स्थानीय आवश्यकतों पर ध्यान देना होगा
मालवा के कई जिलों में औद्योगिक क्षेत्र बन रहे हैं और नए विशेष निवेश का माहौल भी तैयार हो रहा है, लेकिन इनके बीच आवश्यकता बुनियादी स्तर पर कार्य करने की भी है। मालवा में इंदौर जैसा बड़ा शहर है, जहां जिस रफ्तार से कार्य होता है, उसी तरह उज्जैन, रतलाम और देवास जैसे शहरों में भी होना चाहिए। संचालित उद्योगों को भी विकास की इस नीति में मांग अनुसार सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए तो स्वस्थ्य प्रतिस्पर्धा से बेहतर परिणाम आएंगे। अभी जिलों में बेहद कार्य की जरूरत है, यहां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कई तरह के कार्य चल रहे हैं तो सुविधाओं का विस्तार भी हो रहा है। स्थानीय रोजगार क्षमता में नए अवसर बनेंगे, मेरे हिसाब से यह नया मालवा कॉरिडोर होगा।
- अरिहंत पोरवाल, पूर्व सचिव संभागीय उद्योग महासंघ

कैबिनेट के कई अहम फैसले
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में कैबिनेट ने कई अहम फैसले किए हैं, इनमें रतलाम में नया औद्योगिक पार्क, उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क भी शामिल है। मंदसौर और नीमच की एयर स्ट्रीप पर पायलट ट्रेनिंग प्रोजेक्ट चल रहे हैं, मेडिकल कॉलेज का कार्य भी जारी है। यह सभी महत्वपूर्ण है, आगामी समय में यह क्षेत्र प्रदेश में एक नई पहचान कायम करेगा। उद्योग स्थापित करने के साथ सरकार प्रदेशभर में संचालित उद्योगों की समस्याओं का भी निराकरण कर रही है, कई जगहों पर लघु एवं सुक्ष्म उद्योग ने अच्छी प्रगति दर्शाई है।
- ओमप्रकाश सखलेचा, कैबिनेट मंत्री मप्र शासन
रतलाम नया केन्द्र बिन्दु बनेगा
मालवा में रतलाम आगामी वर्षो में औद्योगिक स्तर पर नया केन्द्र बिन्दु होगा। इसका लाभ समूचे अंचल को होना है, क्योंकि रोजगार के नए अवसर सभी के लिए बनेंगे और संभाग के जिलों में आपसी जुड़ाव नए निवेशकों के लिए ज्यादा लाभदायक रहेगा। रतलाम में विशेष निवेश क्षेत्र कार्य का पहला चरण कैबिनेट से मंजूर हुआ है दो अन्य प्रोजेक्ट भी स्वीकृति की दहलीज पर है। एक्सप्रेस-वे का कार्य पहले ही तेजी से चल रहा है, इस पर बनने वाले सहायक प्रोजेक्टों के बाद मालवा की एक नई तस्वीर सामने आएगी।
- चेतन्य काश्यप, विधायक रतलाम