प्रो. हाशमी ने कहा ‘पत्रिका समूह के संस्थापक स्व. कर्पूरचंद कुलिश ने इस समूह और संस्थान को अपनी कमल, प्रतिभा, बुद्धि, विचारों व संस्कारों के बल पर शुरू किया। वे वेदों के ज्ञानी थे और बहुत अच्छे दोहे रचते थे। उनकी कविता आद्या बेटी के प्रति सम्मान है। वे कुशल संपादक थे। उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता का झंडा फहराया और जरूरत पडऩे पर कानून के खिलाफ भी आंदोलन किया। कुलिश संस्कारों की संपदा, धैर्य का धन और पुरुषार्थ की पूंजी थे और उन्होंने भारतीय संस्कृति का परचम फहराया। वे अच्छे वक्ता तो थे ही किंतु बहुत अच्छे श्रोता भी थे। कहते भी हैं कि अच्छा वक्ता बनना है तो पहले अच्छे श्रोता बनिए। जब कोई व्यक्ति अपनी रोटी अकेले खाता है तो यह प्रकृति है। यदि कोई भरा पेट व्यक्ति दूसरे की रोटी छीनकर खाए तो यह विकृति है किंतु जब रोटी बांट कर खाई जाती है तो यह भारतीय संस्कृति है। कुलिश इसी भारतीय संस्कृति के वाहक थे। वे कहते थे कि- दोस्त हैं तो बहस मत कीजिए। आप बहस में तो जीत जाएंगे लेकिन दोस्ती हार जाएंगे।
इस दौरान कार्यक्रम में समाजसेवी राजेंद्र पाटीदार, अनुज शर्मा, कचरू राठौर, मनोहर धाकड़, राकेश शर्मा, मप्र जनअभियान परिषद के रत्नेश विजयवर्गीय, अफसर जहां, प्रीति सोलंकी, सोनू गुर्जर, अंजू सूर्यवंशी, शिवानी सोलंकी, खुशी पाटीदार, कृतज्ञा शर्मा, झितरी मईड़ा ने संबोधन दिया। संचालन स्थानीय संपादक सचिन त्रिवेदी ने किया। अतिथियों का स्वागत मार्केटिंग हेड विजय मकवाना आदि ने किया।
शिवानी सोलंकी ने रेलवे स्टेशन पर 6 हजार सेनेटरी पेड वितरित किए व हाल ही के ऑटोमेटिक मशीन लगाई।
खुशी पाटीदार ने 11 हजार सेनेटरी पेड बांटकर वज्र रिकॉर्ड बनाया।
सोनू गुर्जर ने सबसे कम उम्र की सरपंच बनने का रिकॉर्ड बनाया व बिबडोद में कई सामाजिक कार्य किए।
हर्षिता राठौर ने महाराष्ट्र के 3 हजार से अधिक लोग को टेलीकांफ्रेंसिंग से कोरोना बचाव की सलाह दी।
झितरी मईड़ा बाजना के करीब गांव मोलावा में स्वच्छ भारत मिशन सहित अन्य कार्यो का प्रचार कार्य लगातार किया। सामाजिक बदलाव की दिशा में अहम भूमिका।
भारती गेहलोत ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी ऑनलाइन ट्रेनिंग कोरोना से बचाव के लिए काम किया।
मीनाक्षी टांक ने चित्रकार हाल ही में विश्व रिकॉर्ड बनाया।
डॉक्टर सोनल ओहरी ने कोरोना में सेवा के क्षेत्र में अनेक कार्य किए।
डॉक्टर सरिता खंडेलवाल ने कोरोना में मास्क वितरण किए।
मनीषा ठक्कर ने कोरोना काल मे महिलाओ को रोजगार दिया मास्क निर्माण करवाया।
प्रीति सोलंकी ने कोरोना काल व उसके बाद से कामजोर महिलाओं को निशुल्क कानूनी सलाह दी।
कृतिज्ञा शर्मा ने हाल ही में भोपाल में एथेलेटिक प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल जीता।
काजल परिहार ने तैराकी प्रतियोगिता में राष्ट्रीय बिजेता।
खुशबू जोशी ने कराते में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए।
तरन्नुम मंसूरी ने बॉस्केटबॉल खिलाड़ी नेशनल खेली।
अलवीरा खान ने निशुल्क कई विद्यार्थियो को पढ़ाती है।
मनीषा राठौर ने सेनेटरी पेड यूनिट चलाकर महिलाओ को रोजगार दे रही है।