scriptदोस्त हैं तो बहस मत कीजिए, आप बहस में जीत जाएंगे लेकिन दोस्ती हार जाएंगे, देखें VIDEO | patrika latest news | Patrika News

दोस्त हैं तो बहस मत कीजिए, आप बहस में जीत जाएंगे लेकिन दोस्ती हार जाएंगे, देखें VIDEO

locationरतलामPublished: Mar 20, 2021 05:46:48 pm

Submitted by:

Ashish Pathak

पत्रिका द्वारा पत्रिका समाचार पत्र समूह के संस्थापक स्व. कर्पूरचंद्र कुलिश जयंती पर आयोजित बेटी सम्मान समारोह का आयोजन शनिवार को हुआ। इस दौरान खेल व शिक्षा से लेकर चिकित्सा, सामाजिक कार्य में सेवा करने वाली बेटियों को सम्मानित किया गया।

patrika latest news

patrika latest news

रतलाम. संसार में बेटियों का बड़ा महत्व है। जिन घर में बेटियां रहती है वहां पर स्वयं देवता निवास करते है। मेरे जीवन में बेटियों का महत्वपूर्ण स्थान है। मैं पांच बहनों का भाई हूं और बेटी कविता ने मुझे अंतर्राष्ट्रीय पर पहचान दिलाई है। दोस्त हैं तो बहस मत कीजिए। आप बहस में तो जीत जाएंगे लेकिन दोस्ती हार जाएंगे। पत्रिका द्वारा किया जा रहा यह सिर्फ बेटियों के सम्मान का कार्यक्रम नहीं है बल्कि 20 मार्च का दिन कई अन्य कारणों से भी महत्वपूर्ण है। 20 मार्च को अंतराष्ट्रीय खुशी दिवस है, गौरैया दिवस है और स्वास्थ्य दिवस भी है। बेटियां हर घर-आंगन में खुशी बिखेरने वाले गौरैया हैं। बेटियां तिनका-तिनका चुनकर घोसला बना देती हैं। यह पुरस्कार प्राप्त कर आप सभी बेटियां सम्मानित नहीं होंगी बल्कि आप इस पुरस्कार को प्राप्त कर इस सम्मान को सम्मानित करेंगे।
यह बात प्रो. अजहर हाशमी ने शनिवार को एपिकल एग्रो एकेडमी शास्त्री नगर में पत्रिका समाचार पत्र समूह के संस्थापक स्व. कर्पूरचंद्र कुलिश जयंती पर आयोजित बेटी सम्मान समारोह में कही। मुख्य अतिथि के रुप में बोलते हुए प्रो. हाशमी ने कहा बेटियों का यह सम्मान आध्यात्मिक सभ्यता व संस्कृति का प्रतीक है और ऐतिहासिक आयोजन है। प्रो. हाशमी बेटियों के योगदान और समर्पण का महत्व बताने के लिए कई उदाहरण देते हुए पन्नाधाय का उदाहरण दिया जिन्होंने उदयपुर के कुंवर राणा उदयिसंह की रक्षा के लिए अपने बेटे तक को दुश्मनों के हाथों सौंप दिया था। उन्होंने कहा ऐसा कौन सा अच्छा ऐसा काम है जो बेटी नहीं कर सकती है और ऐसा कौन सा गंदा काम है जो बेटे नहीं कर सकते हैं। बेटियां हर जगह टॉप कर रही हैं।
patrika latest news
IMAGE CREDIT: patrika
भारतीय संस्कृति का परचम फहराया
प्रो. हाशमी ने कहा ‘पत्रिका समूह के संस्थापक स्व. कर्पूरचंद कुलिश ने इस समूह और संस्थान को अपनी कमल, प्रतिभा, बुद्धि, विचारों व संस्कारों के बल पर शुरू किया। वे वेदों के ज्ञानी थे और बहुत अच्छे दोहे रचते थे। उनकी कविता आद्या बेटी के प्रति सम्मान है। वे कुशल संपादक थे। उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता का झंडा फहराया और जरूरत पडऩे पर कानून के खिलाफ भी आंदोलन किया। कुलिश संस्कारों की संपदा, धैर्य का धन और पुरुषार्थ की पूंजी थे और उन्होंने भारतीय संस्कृति का परचम फहराया। वे अच्छे वक्ता तो थे ही किंतु बहुत अच्छे श्रोता भी थे। कहते भी हैं कि अच्छा वक्ता बनना है तो पहले अच्छे श्रोता बनिए। जब कोई व्यक्ति अपनी रोटी अकेले खाता है तो यह प्रकृति है। यदि कोई भरा पेट व्यक्ति दूसरे की रोटी छीनकर खाए तो यह विकृति है किंतु जब रोटी बांट कर खाई जाती है तो यह भारतीय संस्कृति है। कुलिश इसी भारतीय संस्कृति के वाहक थे। वे कहते थे कि- दोस्त हैं तो बहस मत कीजिए। आप बहस में तो जीत जाएंगे लेकिन दोस्ती हार जाएंगे।
patrika latest news
IMAGE CREDIT: patrika
इनका हुआ सम्मान

अंजू सूर्यवंशी 26 जनवरी को राजपथ पर एमपी का प्रतिनिधित्व करते हुए मुख्य परेड में शामिल हुई।
शिवानी सोलंकी ने रेलवे स्टेशन पर 6 हजार सेनेटरी पेड वितरित किए व हाल ही के ऑटोमेटिक मशीन लगाई।
खुशी पाटीदार ने 11 हजार सेनेटरी पेड बांटकर वज्र रिकॉर्ड बनाया।
सोनू गुर्जर ने सबसे कम उम्र की सरपंच बनने का रिकॉर्ड बनाया व बिबडोद में कई सामाजिक कार्य किए।
हर्षिता राठौर ने महाराष्ट्र के 3 हजार से अधिक लोग को टेलीकांफ्रेंसिंग से कोरोना बचाव की सलाह दी।
झितरी मईड़ा बाजना के करीब गांव मोलावा में स्वच्छ भारत मिशन सहित अन्य कार्यो का प्रचार कार्य लगातार किया। सामाजिक बदलाव की दिशा में अहम भूमिका।
भारती गेहलोत ने कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी ऑनलाइन ट्रेनिंग कोरोना से बचाव के लिए काम किया।
मीनाक्षी टांक ने चित्रकार हाल ही में विश्व रिकॉर्ड बनाया।
डॉक्टर सोनल ओहरी ने कोरोना में सेवा के क्षेत्र में अनेक कार्य किए।
डॉक्टर सरिता खंडेलवाल ने कोरोना में मास्क वितरण किए।
मनीषा ठक्कर ने कोरोना काल मे महिलाओ को रोजगार दिया मास्क निर्माण करवाया।
प्रीति सोलंकी ने कोरोना काल व उसके बाद से कामजोर महिलाओं को निशुल्क कानूनी सलाह दी।
कृतिज्ञा शर्मा ने हाल ही में भोपाल में एथेलेटिक प्रतियोगिता में सिल्वर मैडल जीता।
काजल परिहार ने तैराकी प्रतियोगिता में राष्ट्रीय बिजेता।
खुशबू जोशी ने कराते में राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किए।
तरन्नुम मंसूरी ने बॉस्केटबॉल खिलाड़ी नेशनल खेली।
अलवीरा खान ने निशुल्क कई विद्यार्थियो को पढ़ाती है।
मनीषा राठौर ने सेनेटरी पेड यूनिट चलाकर महिलाओ को रोजगार दे रही है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो